जोधपुर. पुलिस ने मंडोर थाना क्षेत्र में मिली एक युवक की लाश के मामले का बड़ा खुलासा किया है. घटना के तीन दिन के अंदर पुलिस ने एक बाद एक कड़ियां जोड़ मामले का खुलासा किया है.
एडीसीपी ईस्ट भागचंद ने बताया कि 1 अगस्त को थाना क्षेत्र में एक रिसोर्ट के पास शव मिला होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद इस प्रकरण को लेकर एक टीम बनाई गई. जिसके सदस्यों ने लगातार अलग-अलग जगहों की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग व विनोद की निजी जीवन की जानकारी जुटाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया.
एडीसीपी ने बताया कि विनोद ने मदेरणा कॉलोनी निवासी युवती से प्रेम विवाह किया था, लेकिन उसकी अनबन चल रही थी. उसकी पत्नी अपने मायके आई थी. हत्या के दिन भी उसके मोबाइल की लास्ट लोकेशन मदेरणा कॉलोनी ही थी. जिसके आधार पर पुलिस के जवानों ने सादे वस्त्रों में उसके ससुराल के आस-पास नजर रखी.
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इस दौरान पुलिस ने और जानकारी जुटाते हुए विनोद की सास ग्यारसी देवी को दस्तयाब कर पूछताछ की तो उसने कबूल लिया कि उसने जब्बर सिंह व धनराज पुरी को विनोद को मारने के लिए कहा था. इसके लिए पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ था. पुलिस ने जब्बर सिंह व धनराज को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने कबूल लिया कि विनोद की सास के कहने पर ही विनोद की रात को हत्या कर शव बोरे में डालकर फेंका था.
बराबरी का नहीं होने से थी सास नाराज...
विनोद मजदूरी करता था. उसने ग्यारसी की बेटी से पहले लव मैरिज की थी. ग्यारसी को वह पहले दिन से पसंद इसलिए नहीं था कि वह उसके स्तर का नहीं था. जबकि दोनों एक ही समाज के हैं. ग्यारसी का पति मिलट्री इंजीयरिंग सेवा से सेवानिवृत था. उसकी मौत हो गई. ग्यारसी को पति की पेंशन व अन्य संपत्ति से आय होती थी. लेकिन दामाद उसे पसंद नहीं था. 31 जुलाई को विनोद उससे मिलकर निकला था. उसके बाद जब्बर सिंह व धनराज उसके साथ हो गए और सुनसान जगह पर उसकी हत्या कर दी थी.