जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है, जहां एक नाबालिग ने अवैध संंबंध बनाते देख लिया तो 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग ने उसके साथ भी (Misdeed with Minor Boy Child in Jodhpur) कुकर्म किया. मामला दर्ज हुए 15 दिन से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. जबकि हाल ही में हाल ही में माता का थाना क्षेत्र में चार पहले एक नाबालिग बच्ची के साथ कोरियाग्राफर द्वारा दुष्कर्म करने की रिपोर्ट आई तो पुलिस ने तीन दिन में ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
लेकिन इस मामले में अभी पुलिस ने बालक के 164 के बयान नहीं करवाए हैं. डीसीपी ईस्ट भुवन भूषण यादव के अनुसार नाबालिग के साथ हुई घटना का अनुसंधान किया जा रहा है. मामला पॉक्सो व धारा 377 में दर्ज किया गया है. जानकारी के अनुसार करीब चार साल पहले एक नाबालिग बालक अपने जोधपुर में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार के घर (Case Registered Through Istgasa in Jodhpur) आया तो रिश्तेदार की पत्नी ने उसके सामने ही बुजुर्ग मकान मालिक के साथ संबंध बनाए.
नाबालिग वहां से जाने लगा तो उसे पकड़ लिया. महिला के सहयोग से बुजुर्ग ने नाबालिग के साथ कुकर्म किया. ऐसा घटनाक्रम दो बार हुआ और दोनों बार महिला ने उसका (Law and Order in Jodhpur) वीडियो भी बना लिया. हाल ही में नाबालिग को अपना वीडियो दिखा तो उसे सबकुछ याद आ गया. जिसके बाद उसके पिता ने न्यायालय के मार्फत भीतरी शहर निवासी सूर्यप्रकाश भंडारी व उसके पुत्र के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया. पीड़ित के पिता ने आरोपी के पुत्र पर धमकी देने का आरोप लगाया है.
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यह है पूरा मामला : पीड़ित के अधिवक्ता ने बताया कि मार्च 2018 में जब बालक की उम्र करीब 13 साल थी तो वह अपने रिश्तेदार के यहां आया था. उस समय रिश्तेदार की पत्नी ने उसके सामने ही बुजुर्ग के साथ संबंध बनाए और इसका वीडियो भी बनाया. बालक वहां से जाने लगा तो उसे रोका गया और महिला के सहयोग से उसके साथ कुकर्म किया गया. इतना ही नहीं, उसे धमकी दी गई कि अगर उसने किसी को बताया तो उसे जान से मार देंगे.
कुछ समय बाद यह वीडियो आरोपी के पुत्र ने भी देखा और उसने भी धमकाया. अधिवक्ता ने बताया कि नाबालिग के पिता ने पहले पुलिस में मामला दर्ज करवाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली तो न्यायाय के मार्फत मामला दर्ज करवाय गया है. जिसके तहत पुलिस ने अभी नाबालिग बालक के 161 के बयान लिए हैं, लेकिन पुलिस की कार्रवाई धीमी चल रही है. अधिवक्ता भंवरलाल विश्नोई का कहना है कि आरोपी के परिवार के सदस्य प्रभावशाली हैं, जिसके चलते पुलिस सही कार्रवाई नहीं कर रही है. पीड़ित परिवार पर मामला वापस लेने का दबाव बना रही है.