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जोधपुर: MDM अस्पताल की बड़ी लापरवाही, होम क्वॉरेंटाइन के लिए पैदल ही मरीज को भेज दिया घर

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Published : Apr 13, 2020, 8:16 PM IST

जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. अस्पताल में भर्ती कोरोना संदिग्ध मरीज को पहले रिपोर्ट समय पर नहीं दी गई. वहीं बाद में मरीज को पैदल ही घर जाने को कह दिया गया.

Jodhpur news मथुरादास माथुर अस्पताल
अस्पताल ने मरीज को पैदल ही घर भेज दिया

जोधपुर. जिले में मथुरादास माथुर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट में देरी का सिलसिला लगातार जारी है. 4 दिन पहले एक संदिग्ध रोगी को अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसके बाद मरीज की 4 दिनों बाद भी रिपोर्ट नहीं आई. वहीं कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मरीज को पैदल ही रात को घर जाने के लिए कह दिया गया. जिसके बाद मरीज 4 किमी पैदल चलकर घर पहुंचा.

अस्पताल ने मरीज को पैदल ही घर भेज दिया

जिले में मथुरादास माथुर अस्पताल के कंट्रोल रूम और माइक्रोबायोटेक्नोलॉजी में समांजस्य नहीं होने के कारण इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. 4 दिनों तक संदिग्ध भर्ती मरीज को पहले तो रिपोर्ट समय पर नहीं दी गई. वहीं रविवार की रात 10 बजे संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट तलाश कर वार्ड में पहुंचाई गई. जिसमें उसे नेगेटिव बताते हुए होम क्वॉरेंटाइन के लिए 10:30 बजे घर के लिए पैदल ही रवाना कर दिया गया. 4 दिन से आइसोलेशन वार्ड में रह चुके इस संदिग्ध रोगी ने अपना वीडियो जारी किया है. जिसमें प्रतापनगर निवासी सुमित सांखला ने बताया कि वह करीब 12 बजे अपने घर पहुंचा. 4 किलोमीटर की दूरी के दौरान पूरे रास्ते पुलिस उससे पूछताछ करती रही. जबकि कायदे से अस्पताल प्रबंधन को उसे एंबुलेंस से घर भेजना चाहिए था.

यह भी पढ़ें. बाड़मेर से भेजे गए कोरोना नमूनों को जोधपुर मेडिकल कॉलेज ने किया रिजेक्ट

सुमित ने बताया कि 9 अप्रैल को वह अपने साथियों के साथ वृद्ध लालचंद को एमडीएम अस्पताल लेकर गए थे. जिनकी मौत हो गई थी. जिसके बाद सुमित को भी अस्पताल में रोक लिया गया. जिसके बाद 12 अप्रैल तक रिपोर्ट नहीं आई. रविवार को वार्ड में हंगामा हुआ तो शाम को दो साथियों की रिपोर्ट आई. जिन्हें क्वॉरेंटाइन के लिए आंगनवा भेज दिया लेकिन उसकी रिपोर्ट रात 10 बजे तक नहीं मिली. इसके बाद वार्ड के कर्मचारी ने बताया कि रिपोर्ट नेगेटिव आई है और उन्हें अपने घर पर ही रहना है.

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यह कहकर उसे अस्पताल से पैदल रवाना कर दिया गया. इधर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर जी एल मीणा ने कहा कि देरी से रिपोर्टिंग होने की व्यवस्था में सुधार कर रहे हैं. आगे से इस तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं.

जोधपुर. जिले में मथुरादास माथुर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट में देरी का सिलसिला लगातार जारी है. 4 दिन पहले एक संदिग्ध रोगी को अस्पताल में भर्ती किया गया था. उसके बाद मरीज की 4 दिनों बाद भी रिपोर्ट नहीं आई. वहीं कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मरीज को पैदल ही रात को घर जाने के लिए कह दिया गया. जिसके बाद मरीज 4 किमी पैदल चलकर घर पहुंचा.

अस्पताल ने मरीज को पैदल ही घर भेज दिया

जिले में मथुरादास माथुर अस्पताल के कंट्रोल रूम और माइक्रोबायोटेक्नोलॉजी में समांजस्य नहीं होने के कारण इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. 4 दिनों तक संदिग्ध भर्ती मरीज को पहले तो रिपोर्ट समय पर नहीं दी गई. वहीं रविवार की रात 10 बजे संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट तलाश कर वार्ड में पहुंचाई गई. जिसमें उसे नेगेटिव बताते हुए होम क्वॉरेंटाइन के लिए 10:30 बजे घर के लिए पैदल ही रवाना कर दिया गया. 4 दिन से आइसोलेशन वार्ड में रह चुके इस संदिग्ध रोगी ने अपना वीडियो जारी किया है. जिसमें प्रतापनगर निवासी सुमित सांखला ने बताया कि वह करीब 12 बजे अपने घर पहुंचा. 4 किलोमीटर की दूरी के दौरान पूरे रास्ते पुलिस उससे पूछताछ करती रही. जबकि कायदे से अस्पताल प्रबंधन को उसे एंबुलेंस से घर भेजना चाहिए था.

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सुमित ने बताया कि 9 अप्रैल को वह अपने साथियों के साथ वृद्ध लालचंद को एमडीएम अस्पताल लेकर गए थे. जिनकी मौत हो गई थी. जिसके बाद सुमित को भी अस्पताल में रोक लिया गया. जिसके बाद 12 अप्रैल तक रिपोर्ट नहीं आई. रविवार को वार्ड में हंगामा हुआ तो शाम को दो साथियों की रिपोर्ट आई. जिन्हें क्वॉरेंटाइन के लिए आंगनवा भेज दिया लेकिन उसकी रिपोर्ट रात 10 बजे तक नहीं मिली. इसके बाद वार्ड के कर्मचारी ने बताया कि रिपोर्ट नेगेटिव आई है और उन्हें अपने घर पर ही रहना है.

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यह कहकर उसे अस्पताल से पैदल रवाना कर दिया गया. इधर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर जी एल मीणा ने कहा कि देरी से रिपोर्टिंग होने की व्यवस्था में सुधार कर रहे हैं. आगे से इस तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं.

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