जोधपुर. ऑल इंडिया मारवाड़ी हॉर्स सोसायटी के तत्वावधान में शनिवार को सातवें मारवाड़ी होर्स शो का आगाज (Marwari Horse Show begins in Jodhpur) हुआ. दो दिवसीय चलने वाले इस शो में दो हजार रजिस्टर्ड हॉर्स भाग ले रहे हैं. शनिवार को उद्घाटन सत्र में सोसायटी के संरक्षक जोधपुर के पूर्व महाराज गज सिंह शामिल हुए. उन्होने अश्व पालकों की होसलाफजाई की. उनका कहना था कि मारवाड़ी हॉर्स और ज्यादा पॉपुलर हों और खेल के क्षेत्र में आएं. स्पोर्ट्स के लिए अरब कंट्रीज भी जाएं. इनकी कीमतें बढ़ने लगी हैं.
वर्तमान में संरक्षण से घोड़ों का ब्रीडिंग क्षेत्र बढ़ेगा और संख्या में इजाफा होगा. यह नस्ल अब राजस्थान तक सीमित नहीं है. अन्य राज्यों में भी इसको लेकर मांग है और अब तो एक्सपोर्ट भी होने लगे हैं. पूर्व महाराजा ने बताया कि इस हॉर्स की रेवा चाल सबसे ज्यादा आकर्षित करती है. घोड़े पालने से अब रोजगार भी सृजित होने लगा है. गौरतलब है कि जोधपुर राजपरिवार शुरू से ही मारवाड़ी घोड़ों के संरक्षण के लिए काम करता रहा है. इसके उद्देश्य से 1998 में सोसायटी बनाकर संरक्षण शुरू किया गया था, जिसके मार्फत इस नस्ल को विकसित करने पर काम हुआ.
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मारवाड़ी नस्ल के कान सबसे सुंदर
मारवाड़ी नस्ल के घोड़ों की कद काठी सबसे अलग होती है. इनके कान सबसे सुंदर होते हैं जो इनका मुख्य आकर्षण होते हैं. अहमदनगर से आए अश्व पालक राजू सतपाते ने बताया कि मारवाड़ी नस्ल के घोड़े को जैसे पालते हैं वह वैसा हो जाता है. सामान्यत: इसकी ऊंचाई 60 से 65 इंच होती है. इसकी आयु 20 से 25 साल के बीच ही होती है.
एक लाख मिलेगा पुरस्कार, चांदना आएंगे
दो साल कोरोना के चलते यह शो नहीं हो पाया था. इस शो का मुख्य उद्देश्य मारवाड़ नस्ल के घोड़ों को प्रोत्साहित करना है. दो दिन तक कई प्रतियोगिताएं आयोजित होगी. विजेता को एक लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा. रविवार को राज्य के खेल मंत्री अशोक चांदना भी शामिल होंगे. शो में गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के अश्वपालक शामिल हो रहे हैं.