जोधपुर. कोरोना महामारी को वायुमंडल से नष्ट करने के लिए जगह-जगह हवन जाप शुरू हो चुके है. प्राकृतिक आपदाओं और कोरोना वायरस के भय से आमजन को राहत और पर्यावरण संरक्षण के लिए शनिवार को जोधपुर में विष्णु महायज्ञ का आयोजन किया गया.
महायज्ञ उपाचार्य पं. रमेश द्विवेदी ने बताया कि सर्व धर्म समभाव भगवान गर्गाचार्य पीठ भांडू कला के तत्वावधान में भारत की एकता अखंडता और कोरोना वायरस से आमजन को राहत के लिए शास्त्रीनगर कॉक्स कुटीर के पास स्थित गर्गाचार्य यज्ञशाला परिसर में महायज्ञ का आयोजन किया गया है.
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पंडितों द्वारा सूर्यसप्तमी से लगातार 12 लाख विष्णु महापुरश्चरण का जपात्मक यज्ञ किया जा रहा हैं. यज्ञ में कोरोना महामारी से बचाने के लिए प्रलय के देवता रुद्र और रुद्राणी शक्ति से प्रार्थना की जा रही हैं. साथ ही महायज्ञ स्थल पर नमका छमका से रुद्री पाठ और रोगाण, शेषाण, हंती तुष्टान, महाशक्तिशाली महामारी निवारक मंत्र के साथ दुर्गासप्तशति का पाठ भी किया गया. वहीं पंडितों द्वारा 64 औषधियों से विष्णु महायज्ञ में आहुतियां दी जा रही है.
प्रधान यज्ञाचार्य पं. मोहनलाल गर्ग ने बताया कि सृष्टि के पालक प्राणों के देवता भगवान विष्णु से मानवता के कल्याण और सृष्टि को बचाने के लिए शनिवार को 108 हवनकुंड में वैष्णव साधकों की ओर से अलग-अलग कुंड पर आहुतियां दी जा रही है. पंडितों द्वारा प्राचीन वेदोक्त विधि से महायज्ञ का शुभारंभ हुआ और पूर्णाहुति शाम 4 बजे की जाएगी. वहीं विष्णु महायज्ञ के लिए यज्ञशाला और 108 हवनकुंड तैयार किए हैं.
यज्ञाचार्य ने बताया कि महायज्ञ में गाय के गोबर, घी सहित नौ प्रकार की दिव्य समधिओं पर 64 औषधियों के साथ सवा लाख आहुतियां दी जा रही है. महायज्ञ स्थल पर विष्णु कवच, विष्णु सहस्रनाम का आपातकालीन अनुष्ठान और रामायण, भागवत मूल पाठ, रामचरित मानस आदि का पाठ भी किया जा रहा हैं.
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वही पंडित रमेश भोजराज का कहना है कि 26 मार्च के बाद से वायुमंडल में कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रकोप कम होता दिखाई देगा. साथ ही 15 अप्रैल के बाद सूर्य की तेज गर्मी से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा. देखा जाए तो कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सभी लोग कुछ न कुछ उपाय ढूंढ रहे हैं, तो वहीं जोधपुर में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने हेतु विष्णु महायज्ञ का आयोजन किया गया.