जोधपुर. शहर के कीर्ति नगर में हुए गैस सिलेंडर विस्फोट हादसे में मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है (Gas Cylinder Blast in Jodhpur). बीते 24 घंटों में यानी रविवार (16 अक्टूबर) से सोमवार (16 अक्टूबर) रात तक चार और लोगों की मौत हो गई. सोमवार रात को निरमा देवी और अन्नराज जोशी की भी मृत्यु हो गई. इससे पहले रविवार रात को पारसराम और सोमवार सुबह अशोक जोशी की मौत हुई थी. अन्नराज भोमाराम के परिवार का दामाद था. चारों मृतक 80 फीसदी से ज्यादा झुलसे हुए थे.
10 की मौत: इस हादसे में अब तक दस लोगों की मौत हो चुकी है. पारसराम की पत्नी सूरज भी गंभीर अवस्था में भर्ती है. रविवार को इस हादसे के सात घायलों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ राजश्री बेहरा ने बताया कि रविवार रात को पारस राम पुत्र बाबूलाल की मृत्यु हो गई थी जबकि सोमवार सुबह करीब 11 बजे अशोक जोशी ने दम तोड़ दिया. इसके बाद दो जनों की और मृत्यु हुई.सात को छुट्टी दी गई है. तीन का अभी उपचार चल रहा है.
अवैध रिफिलिंग के दौरान हादसा: गौरतलब है कि गत शनिवार यानी 8 अक्टूबर को कीर्ति नगर में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग करते समय ये हादसा हुआ था (Jodhpur gas Cylinder Blast). बता दें, शहर के माता का थान क्षेत्र में मंगरा पूंजला इलाके के एक रहवासी कॉलोनी में (Jodhpur Cylinder Blast) गैस के तीन-चार सिलेंडर फटने से आग लग गई. मंगरा पूजला क्षेत्र के कीर्ति नगर निवासी भोमाराम जो कि एक गैस एजेंसी के सिलेंडर परिवहन का काम करता है.
हादसे के दिन उसके घर पर बड़ी संख्या में गैस सिलेंडर मौजूद थे. उस समय एक गाड़ी भी घर के बाहर खड़ी थी. घर पर गैस का अवैध काम होता है. गोदाम जैसे हालत थे. हादसे के वक्त भोमाराम घर के अंदर नहीं था. एक सिलेंडर लीक होने का अहसास होने पर उसके साले सुरेश ने तीली जलाकर जांच करनी चाही, जिसके चलते सिलेंडर ने आग पकड़ ली और एक के बाद एक अन्य सिलेंडरों में आग लगती गई. हादसे के मुख्य आरोपी भोमाराम की मां शोभा देवी, पत्नी सरोज, पुत्र विक्की, पुत्रियां निताली, कोमल और सुरेश की मौत हो चुकी है.
सहायता राशि का एलान: प्रदेश सरकार ने इस घटनाक्रम में घायलों को एक-एक लाख और मृतकों को पांच लाख की सहायता देने की घोषणा की है. वहीं हादसे में सोमवार को दम तोड़ने वाले अशोक जोशी का शव अभी तक परिजनों ने नहीं उठाया है. परिजनों की मांग है कि वो लोगों को बचाते हुए झुलसा था ऐसे में सरकार उसके परिवार को 25 लाख रुपए का आर्थिक मुआवजा और पत्नी को नौकरी दे. अभी तक गतिरोध बरकरार है.