जोधपुर. स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेश्कर को यूं तो जीवन में कई उपाधियां और अवार्ड मिले थे, लेकिन अंतिम सम्मान उनको जोधपुर से ही मिला था. इसलिए जोधपुर का नाम हमेशा लता मंगेशकर से जुड़ा रहेगा. जोधपुर की जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय (Jai Narain Vyas University Jodhpur) ने इस बार अपने 18वें दीक्षांत समारोह में लता मंगेशकर को मानद उपाधि देने की घोषणा की थी. इसके लिए उनकी ओर से सहमति भी आ गई थी, लेकिन जनवरी में वे गंभीर बीमार हो गई.
27 जनवरी को हुए वर्चुअल समारेाह में उनके नाम उपाधि की डी लिट् (D.Lit) जारी कर दी गई. रविवार को लता मंगेशकर का निधन हो गया. अब जेएनवीयू प्रशासन उनके परिजनों को यह सम्मान आने वाले दिनों में सौंपेगा. दीक्षांत समारोह के बाद उनकी छोटी बहन से कुलपति डॉ पीसी त्रिवेदी की बात हुई थी. तब उन्होंने कहा कि जब वह ठीक हो जाएगी तब घर आकर उपाधि प्रदान करना.
पीसी त्रिवेदी ने बताया कि अब लता मंगेशकर का निधन हो गया है, हम परिजनों से दोबारा संपर्क कर उनका यह सम्मान परिजनों को देंगे. गौरतलब है कि इस बार विश्वविद्यालय ने हरित क्रांति के जनक डॉ एस स्वामीनाथन को भी उपाधि दी है. उन्हें भी चेन्नई जाकर उपाधि प्रधान की जाएगी.