जोधपुर. एसएन मेडिकल कॉलेज के हड़ताल पर चल रहे इंटर्न डॉक्टर ने मंगलवार को विरोध स्वरूप रक्तदान शिविर का आयोजन किया. जिसमें बड़ी संख्या में इंटर्न्स डॉक्टर ने रक्तदान किया. इनकी मांग है कि सरकार हमारी मानदेय में बढ़ोतरी करें. वर्तमान में इन सभी डॉक्टर्स को प्रतिमाह 7 हजार मानदेय दिया जाता है. इस हिसाब से प्रतिदिन 233 रुपए इनको मानदेय निर्धारित है. जबकि वे इन दिनों लगातार कोविड-19 भी ड्यूटी कर रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उनके मानदेय में बढ़ोतरी नहीं की गई.
इसके विरोध में हड़ताल पर उतरे इंटर्न्स डॉक्टर की हड़ताल का मंगलवार को आठवां दिन था. इंटर्न्स डॉक्टर का कहना है कि हम हमेशा मरीजों की सेवा में काम करते आए हैं ऐसे में हमने तय किया कि हम मरीजों के लिए रक्तदान करेंगे, लेकिन सरकार हमारी मांगों पर सुनवाई नहीं कर रही है. हमने हड़ताल से पहले ही सरकार को हमारी मांगे भेज दी थी, लेकिन सरकार ने इन पर किसी पर भी गंभीरता से विचार नहीं किया. ऐसे में में आखिरकार कार्य बहिष्कार पर उतरना पड़ा.
पढ़ेंः झुंझुनूः राणी सती मंदिर के सामने ATM लूट का मामला, जांच में जुटी पुलिस
जोधपुर के साथ-साथ प्रदेश के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉकटर भी हड़ताल पर चल रहे हैं. एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद करीब 1 साल की इंटर्नशिप के दौरान इन डॉक्टर को सभी तरह की ड्यूटी करवाई जाती है. इन दिनों कोरोना के चलते यह फ्रंटलाइन काम भी संभाल रहे थे, लेकिन मानदेय को लेकर उपजे विवाद के बाद इन सभी ने काम छोड़ दिया. बताया जा रहा है कि पूरे प्रदेश के 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज में करीब दो हजार इंटर्न डॉक्टर हैं जो इन दिनों हड़ताल पर चल रहे हैं.