जोधपुर. देश मंदी के दौर से गुजर रहा है. हालांकि केंद्र सरकार इसे स्वीकार नहीं करती है. लेकिन इसका असर सरकारी मंत्रालय पर भी नजर आ रहा है. सोमवार को जोधपुर आए उत्तर पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने बहुत ईमानदारी से यह बात स्वीकार की है, कि रेलवे की अभी वह स्थिति नहीं है, कि वह यात्री सुविधा पर जितना चाहे खर्च कर सके.
उन्होंने कहा, कि देश की आर्थिक स्थिति भी ऐसी नहीं है. हमारी गुड्स ट्रेनों की लोडिंग कम हो रही है. इसका असर भी पड़ रहा है. करीब 25 फीसदी लोडिंग में कमी आई है. इसलिए हम अभी सिर्फ उन्हीं सुविधाओं को बढ़ा रहे हैं, जो आवश्यक हैं.
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बतौर महाप्रबंधक जोधपुर रेल मंडल में वार्षिक निरीक्षण के लिए बाड़मेर का दौरा कर शाम को जोधपुर पहुंचे आनंद प्रकाश से पूछा गया, कि जब रेलवे में पैसों की कमी है तो दोहरीकरण के लिए मिले बजट को खर्च क्यों नहीं किया जा रहा है.
इस पर उन्होंने कहा, कि रेलवे अपने काम को गति से कर रहा है. दोहरीकरण में कुछ जगह पर जमीन अधिकरण की समस्या सामने आई है. सेना भी हमारी जमीन को काम में नहीं लेने दे रही है. उन्होंने कहा, कि फुलेरा से जोधपुर तक दो टुकड़ों में दोहरीकरण का कार्य अभी जारी है और मार्च 2022 तक हम इसे पूरा कर देंगे.