जोधपुर. वरिष्ठ न्यायाधीश विजय विश्नोई व न्यायाधीश अनूप कुमार ढंढ की खंडपीठ के समक्ष अधिवक्ता दिनेश विश्नोई ने कल बताया था कि एक युवती ने उसे पत्र लिखा कि उसे परिजनो ने बंधक बना रखा है. जबकि वो शादी नहीं करना चाहती और आगे पढ़ना चाहती है.
वो अभी एमएससी वनस्पति विज्ञान परीक्षा की तैयारी कर रही है, जबकि परिजन उसकी शादी जबरन जयकिशन नाम के युवक से करना चाह रहे हैं. उसने विरोध किया तो जबरन बंधक बनाया गया है. न्यायालय ने तत्काल सरकारी अधिवक्ता अनिल जोशी को उसकी सत्यता पता करने के निर्देश दिये थे.
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न्यायालय के आदेश से बाड़मेर पुलिस परिजनो के पास पहुंची तो वहां पर युवती घर में थी और पुलिस को बताया कि उसे बंधक बनाया है तो पुलिस उसे लेकर जोधपुर पहुंची. शुक्रवार को वरिष्ठ न्यायाधीश विश्नोई की खंडपीठ के समक्ष पुलिस ने युवती को पेश किया तो युवती ने बताया कि उसे जबरन बंधक बनाया गया है. जबकि वो पढ़ना चाहती है.
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न्यायालय ने उससे पूछा कि वो कहां जाना चाहती है तो उसने पिता के घर जाने से साफ इनकार कर दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए (Court Cognizance in Forced Marriage Case) न्यायालय ने पिता को नोटिस जारी करते हुए याचिका पर 20 दिसंबर को अगली सुनवाई मुकर्रर करते हुए युवती को फिलहाल नारी निकेतन जोधपुर भेजा गया है.