जोधपुर: प्रदेश में खान विभाग (Mining Department) के मुखिया के तौर पर लंबे समय तक काम करने वाले पूर्व IAS अशोक सिंघवी को ये गुमान भी नहीं होगा कि उनके सामने भू माफिया सीना तान के खड़े हो जायेंगे. खैर, पता चलने पर उन्होंने डाक भेज कर ही रिपोर्ट दर्ज करा दी. केस बासनी थाने में रजिस्टर कराया गया है.
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क्या बताया पूर्व IAS ने?
पूर्व आईएएस अशोक सिंघवी (Ex IAS Ashok Singhvi) ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उनका कृष्णा नगर में प्लॉट (ए69) है जो 719 वर्ग गज का है. इस प्लॉट की देखरेख के लिए उन्होंने बशीर खान नाम के शख्स रखा है. जो समय-समय पर जाकर प्लॉट और वहां रखे सामान की देखरेख करता है. शिकायत के मुताबिक उस व्यक्ति ने गत 16 अगस्त को उन्हें (पूर्व IAS) फोन पर बताया कि प्लॉट तक पहुंचने का रास्ता ब्लॉक कर दिया गया है.
दरअसल, पीड़ित के प्लॉट तक पहुंचने के लिए जो 30 फीट की मुख्य सड़क थी, उसके रास्ते पर गेट लगाकर भूमाफियाओं ने ताला मढ़ दिया. जिससे प्लॉट तक पहुंच खत्म हो गई.
कीमती पेंटिग्स भी चोरी
पीड़ित अफसर का आरोप है कि उन्होंने प्लॉट में एक निर्माण कर रखा था. वहां कुछ कीमती पेंटिग्स और घरेलू सामान भी रखा था. उनके मुताबिक वो भी चोरी कर लिया गया. सिंघवी ने अपनी रिपोर्ट में इसे आपराधिक पृष्ठभूमि के भूमाफियाओं की करतूत बताया है.
कोरोना को बताया वजह
पूर्व प्रशासनिक अफसर ने डाक से शिकायत (Complaint Mail ) भेजने के पीछे की वजह भी बताई है. उन्होंने लिखा है कि वो स्वंय वैश्विक महामारी के चलते आने में असमर्थ हैं. इसलिए उनकी रिपोर्ट पर कार्रवाई की जाए. फिलहाल पुलिस ने उसी रिपोर्ट को आधार बना केस रजिस्टर कर लिया है.
कौन हैं अशोक सिंघवी
पूर्व IAS अधिकारी अशोक सिंघवी पहले खान विभाग में थे. उसी विभाग में घूस कांड (Bribery Case) के चलते वो आरोपी बने. घूस लेने के अलावा उन पर ईडी (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) का मामला भी दर्ज कर रखा है. अशोक सिंघवी मूलतः जोधपुर के ही रहने वाले हैं और फिलहाल जयपुर में रह रहे हैं.