ETV Bharat / city

जोधपुर: BSF के हेड कांस्टेबल से उपचार के नाम पर 2 लाख की ठगी

जोधपुर में उपचार के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने का मामला सामने आया है. मंडोर थाना अंतर्गत बीएसएफ के प्रशिक्षण केंद्र पर कार्यरत हेड कांस्टेबल अशोक कुमार ने अपने साथ 2 लाख से अधिक रुपए की ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है.

cheating case in Jodhpur, online fraud in Jodhpur
BSF के हेड कांस्टेबल से उपचार के नाम पर 2 लाख की ठगी
author img

By

Published : Jan 19, 2021, 8:20 PM IST

जोधपुर. ऑनलाइन खरीदारी के बदले लोग ठगी का शिकार होते हैं. ओटीपी नंबर पूछ कर लोगों को ठगा जाता है, लेकिन उपचार के नाम पर भी ऑनलाइन ठगी होने का मामला जोधपुर में सामने आया है. शहर के मंडोर थाने में थाना अंतर्गत बीएसएफ के प्रशिक्षण केंद्र पर कार्यरत हेड कांस्टेबल अशोक कुमार ने अपने साथ 2 लाख से अधिक रुपए की ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है.

BSF के हेड कांस्टेबल से उपचार के नाम पर 2 लाख की ठगी

रिपोर्ट में बताया गया है कि हेड कांस्टेबल ने अपनी शारीरिक समस्या का निदान प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन एक डॉक्टर निधि छाबड़ा व अन्य से संपर्क किया था. जिन्होंने शुरुआती दौर में गत वर्ष जुलाई में दवाई भी भेजी थी. इसके बाद हेड कांस्टेबल से डॉक्टर व उसके साथियों ने अलग-अलग टुकड़ों में 28 अगस्त तक 2 लाख 8 हजार जमा करवा लिए, लेकिन दवाई नहीं भेजी.

पढ़ें- अजमेर : अंतरराज्यीय शातिर वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़...6 चौपहिया, 11 दुपहिया वाहन सहित दो गिरफ्तार

पिछले लंबे समय से पीड़ित उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन डॉक्टर सहित सभी लोग उससे कन्नी काटने लगे. इससे परेशान होकर हेड कांस्टेबल ने मंडोर थाने में डॉक्टर निधि छाबड़ा, संदीप एवं रवि के खिलाफ धोखाधड़ी पूर्वक दवाई और इलाज का झांसा देकर रुपए हड़पने का मामला दर्ज करवाया. मंडोर थाना अधिकारी सुरेश सोनी ने बताया कि बीएसएफ के जवान द्वारा दर्ज कराए गए मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

जोधपुर. ऑनलाइन खरीदारी के बदले लोग ठगी का शिकार होते हैं. ओटीपी नंबर पूछ कर लोगों को ठगा जाता है, लेकिन उपचार के नाम पर भी ऑनलाइन ठगी होने का मामला जोधपुर में सामने आया है. शहर के मंडोर थाने में थाना अंतर्गत बीएसएफ के प्रशिक्षण केंद्र पर कार्यरत हेड कांस्टेबल अशोक कुमार ने अपने साथ 2 लाख से अधिक रुपए की ठगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है.

BSF के हेड कांस्टेबल से उपचार के नाम पर 2 लाख की ठगी

रिपोर्ट में बताया गया है कि हेड कांस्टेबल ने अपनी शारीरिक समस्या का निदान प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन एक डॉक्टर निधि छाबड़ा व अन्य से संपर्क किया था. जिन्होंने शुरुआती दौर में गत वर्ष जुलाई में दवाई भी भेजी थी. इसके बाद हेड कांस्टेबल से डॉक्टर व उसके साथियों ने अलग-अलग टुकड़ों में 28 अगस्त तक 2 लाख 8 हजार जमा करवा लिए, लेकिन दवाई नहीं भेजी.

पढ़ें- अजमेर : अंतरराज्यीय शातिर वाहन चोर गिरोह का भंडाफोड़...6 चौपहिया, 11 दुपहिया वाहन सहित दो गिरफ्तार

पिछले लंबे समय से पीड़ित उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन डॉक्टर सहित सभी लोग उससे कन्नी काटने लगे. इससे परेशान होकर हेड कांस्टेबल ने मंडोर थाने में डॉक्टर निधि छाबड़ा, संदीप एवं रवि के खिलाफ धोखाधड़ी पूर्वक दवाई और इलाज का झांसा देकर रुपए हड़पने का मामला दर्ज करवाया. मंडोर थाना अधिकारी सुरेश सोनी ने बताया कि बीएसएफ के जवान द्वारा दर्ज कराए गए मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.