जोधपुर. शहर के शास्त्री नगर थाना अंतर्गत सुभाष नगर में रविवार देर शाम एक मकान में आग लग गई. इस आग में तीन महिलाएं और एक पुरुष की मौत हो गई. वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस के अनुसार यह मकान 81 वर्षीय सुभाष चौधरी का था, वे काजरी से रिटायर्ड इंजीनियर थे. इस घटनाक्रम में सुभाष चौधरी, उनकी पत्नी सहित दो पुत्रियां की मौत हुई है. खास बात यह है कि जब तक आस-पड़ोस के लोगों को इस आग का पता चला, तब तक चारों पूरी तरह से जल चुके थे.
पुलिस का कहना है कि अब सिर्फ कंकाल बचे हैं. पड़ोसियों के अनुसार रविवार शाम 5:00 बजे से आग अंदर लग रही थी, जिसका धुआं बाहर आया, लेकिन रात के 9:00 बजते ही तेज धुआं और दुर्गंध होने के बाद लोगों को आशंका हुई तो पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई.
जोधपुर पुलिस के उपायुक्त आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि सुभाष चौधरी (81), उनकी पत्नी नीलम चौधरी ( 76), बेटी पल्लवी चौधरी ( 50) और लावण्या चौधरी (40) की मौत हुई है. श्रीवास्तव ने बताया कि सुभाष चौधरी, उनकी पत्नी और पुत्री लावण्या चलने फिरने में असमर्थ थे. जिसको लेकर परिवार में विकट परिस्थितियां थी. सेंट पॉल स्कूल में कार्यकत्री पल्लवी चौधरी तीनों की देखरेख कर रही थी. उपायुक्त ने कहा कि आग कैसे लगी है, इसको लेकर अभी जांच जारी है. सोमवार सुबह इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे हैं.
एक पुत्री चंडीगढ़ रहती है : सुभाष चौधरी की तीन पुत्रियां थी, जिनमें दो की मौत हो गई. जबकि एक बड़ी पुत्री चंडीगढ़ रहती है, जिसे सूचना दी गई है. पड़ोस के लोगों का कहना है कि छोटी बेटी लावण्या लंबे समय से दिवायंग होने से चल फिर नहीं सकती थी. इसके अलावा सुभाष चौधरी का एक्सीडेंट हो गया था, उनकी पत्नी भी लंबे समय से बेड पर थी, इन सब की देखरेख पल्लवी के जिम्मे थी.
अंधेरा होने से जांच में बाधा : पुलिस के अधिकारियों का मानना है कि आग रविवार शाम को लगी है. बाद में धीरे-धीरे यह बढ़ता गया. इसके अनुसार किसी एक ने आग लगाई है, क्योंकि एक कमरे में ही चारों के शव मिले हैं. इनमें 2 शव पलंग पर थे, जबकि दो शव जमीन पर मिले हैं. आग के चलते शव कंकाल में तब्दील हो गए हैं.