जोधपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत की मां के निधन पर संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जोधपुर दौरे में कई सियासी संदेश भी नजर आए. गुरुवार को राजे जब जोधपुर हवाई अड्डे पर पहुंची तो उनके स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं और नेताओं का हुजूम उमड़ पडा. आलम यह था कि एयरपोर्ट से बाहर निकलने के लिए भी गाड़ी को बहुत समय लगा. उनके काफिले के पीछे इतना लवाजमा था कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत घर और सर्किट हाउस तक उनकी गाड़ी पहुंचने पर भी गाड़ियों की सड़कों पर रेलमपेल नजर आई.
सर्किट हाउस में राजे ने कार्यकर्ताओं का छोटा सा संबोधन भी दिया. जहां कार्यकर्ताओं ने उनके सीएम होने के नारे भी लगाए. जिसके बाद वह पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के निधन पर उनके परिवार को शोक जताने के लिए चाडी के लिए रवाना होगई.
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यूं कहें तो वसुंधरा राजे का यह एक शक्ति प्रदर्शन था. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत वे उनके सियासी मतभेद और मनभेद से हर कोई वाकिफ है. लेकिन गुरुवार को कार्यकर्ताओं की भीड़ नजर आई, उससे साफ नजर आ रहा था कि राजे की लोकप्रियता अभी भी बरकरार है. उन्हें इतनी आसनी से हटाया नहीं जा सकता.
पूर्व सीएम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया
सर्किट हाउस में राजे ने कार्यकर्ताओं का छोटा सा संबोधन भी दिया. जहां कार्यकर्ताओं ने उनके सीएम होने के नारे भी लगाए. जिसके बाद वह पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के निधन पर उनके परिवार को शोक जताने के लिए चाडी के लिए रवाना हुई. 125 किमी का यह सफर जोधपुर की तीन विधानसभा क्षेत्रों को जोड़ता है. जिसमें ओसियां, लोहावट और शेरगढ के कई इलाके आते हैं. रास्ते में राजे का कई जगह पर कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में गत चुनाव में वसुंधरा समर्थकों को ही प्रत्याशी बनाया गया था. लेकिन तीनों हार गए. इनमें शेरगढ और लोहावट में हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में भाजपा को बुरी तरह से हार का मुंह देखना पड़ा.