जोधपुर. उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट रविवार को जिले के एक दिवसीय दौरे पर रहे, जहां उन्होंने मीडिया से कई अहम मुद्दों पर बात की. उन्होंने राम मंदिर के फैसले पर संतोष जताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है, उसे देश के साथ-साथ प्रदेश की जनता ने भी स्वीकार किया है, और यह बता दिया है कि हम सब इस फैसले को मान रहे हैं. प्रदेश में कहीं से भी किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं आई है.
अंदरूनी कलह नहीं सुलझा पा रही है भाजपा और शिवसेना
पायलट ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार को लेकर संकट बना हुआ है. जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनी थी तब 3 दिन निकलने पर भाजपा ने हाय तौबा मचा दी थी, आज 15 दिन बाद भी वहां सरकार नहीं बन पा रही है. इसका जवाब भाजपा को देना चाहिए.
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जनता को भाजपा से सवाल करना चाहिए कि प्री चुनाव गठबंधन होने के बाद भी अब तक सरकार क्यों नहीं बन पाई है. महाराष्ट्र में किसानों की बड़ी समस्याएं हैं लेकिन, यह दोनों पार्टियां अब तक अपनी अंदरूनी कलह नहीं सुलझा पा रही है. वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस के गठबंधन को विपक्ष में बैठने का बहुमत मिला है.
बहुमत का फायदा उठा अकेले फैसले करती है भाजपा सरकार
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा जल्द ही देश में समान नागरिक संहिता जैसे कानून लाने की बात कहने के सवाल पर पायलट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हर फैसला राजनीतिक फायदा लेने के लिए करती है. यह फैसला भी अगर करेगी तो चुनाव से पहले किया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि सरकार को बहुमत की सरकार है. इन्हें संसद में मुद्दे लाकर फिर लागू करना चाहिए, जिससे कि लोकतंत्र कायम रहे. उन्होंने इस दौरान जम्मु-कश्मीर से हटाई गई धारा 370 का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भाजपा की बहुमत की सरकार इसलिए वो सारे फैसले खुद से ले लेती है, जबकि उन्हें सदन में सबसे चर्चा करनी चाहिए.
वहीं प्रदेश में टोल शुल्क पुन: लागू करने को लेकर उन्होंने सवाल को टाल दिया और कहा कि इसका जवाब मुख्यमंत्री जी ने दे दिया है, मैं इसके बारे में कोई कमेंट नहीं करूंगा.