जोधपुर. शहर में हर दिन बढ़ता कोरोना का संक्रमण लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका हैं. बीते दिनों कोरोना संक्रमण के कई ऐसे मामले सामने आए थे, जिनमें होम क्वॉरेंटाइन में रहे लोगों ने लापरवाही बरती. इसके चलते उनके परिवार के सदस्य भी इस संक्रमण के चपेट में आए. ऐसे में अब उन परिवार के लोग बाहर ना निकले. इसके लिए होम क्वॉरेंटाइन में रहे लोगों के घर के बाहर होमगार्ड का पहरा लगा दिया गया है.
संभवत: राजस्थान में भी होम क्वॉरेंटाइन के दौरान किसी घर के बाहर पहरा लगाने का यह पहला मामला है. शहर के भदवासिया इलाके के एक कॉलोनी में रहने वाले एक परिवार का सदस्य गत दिनों संक्रमित हुआ तो उसे होम क्वॉरेंटाइन किया गया. इसकी सूचना भी घर के बाहर चस्पा दी गई. लेकिन रोगी की पूरे घर और बाहर तक आवाजाही रही. इसके चलते परिवार का एक और सदस्य संक्रमित हो गया. ऐसे में दोनों संक्रमित रोगियों की आवाजाही रोकना आवश्यक हो गया. इसके चलते महामंदिर थाना क्षेत्र के इस इलाके में तैनात दो होमगार्ड को घर के बाहर नियुक्त कर दिया गया.
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मोहम्मद अल्ताफ बताते हैं कि पहले एक मामला इसी घर में आया था. लेकिन अब थोड़ी सावधानी बरती जा रही है. हम सब पड़ोसी भी उनकी आवश्यकता का ख्याल रखते हैं. इसके अलावा जो जवान तैनात किए गए हैं. वह भी पूरा ध्यान रख रहे हैं और घर वालों को बाहर नहीं आने दिया जा रहा है. अगर उन्हें कोई सामान की आवश्यकता होती है तो उपलब्ध करवा दिया जाता है.
होमगार्ड कुंभाराम का कहना है कि परिवार के लोग अपनी आवश्यकता की जानकारी हमें देते हैं, जो हम पड़ोसियों के द्वारा पूरी करवा देते हैं. इसके अलावा कोई और काम होता है तो हम अपने स्तर पर जितना हो सकता है, उनकी मदद करते हैं. लेकिन हमारा एक ही काम है कि घर से कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकले.
गौरतलब है कि जोधपुर शहर में जुलाई के पहले सप्ताह में कोरोना के लगातार मामले बढ़ रहे हैं. इस दौरान तत्कालीन कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने होम क्वॉरेंटाइन में रहने वालों के घर के बाहर पहरा लगाने की बात अधिकारियों के साथ की थी. यह पूरी तरह से लागू होता, उससे पहले ही उनका स्थानांतरण हो गया. लेकिन इस बीच महामंदिर थाना क्षेत्र में एक घर के बाहर यह व्यवस्था लागू कर दी गई है.