जोधपुर. इस वर्ष नवंबर में होने वाले चुनाव से पहले नगर निगम ने शहर के 65 वालों को 100 वार्डों में परिवर्तित करने का खाका तैयार कर सार्वजनिक कर दिया है. जिसे सरकारी भाषा में परिसीमन कहा जाता है.
परिसीमन की सूची जारी होने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इसका विरोध जताया है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने निगम के अधिकारियों को दबाव में लेकर अपने हिसाब से परिसीमन करवाया है, जो कांग्रेस की नियत और मानसिकता का परिचायक है.हालांकि इस परिसीमन पर निगम ने आपत्तियां मांगी है, जिन पर सुनवाई के बाद ही अंतिम रूप सामने आएगा.
भाजपा के जिला अध्यक्ष जगतनारायण जोशी कि हमारे पास अधिकारियों द्वारा कांग्रेस के कहने पर किए गए बदलाव के पूरे तथ्य व साक्ष्य है. अगर हमारी आपत्तियों पर सुनवाई नहीं हुई तो हम आंदोलन की राह पकड़ेंगे. वहीं भाजपा शासित नगर निगम के महापौर ने घनश्याम ओझा ने कहा कि सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग किया है. शहर के प्रमुख स्थलों के नाम भी नदारद कर दिए हैं. मोहल्ले के नाम गायब करने की भी शिकायतें मिली हैं. जोशी के अनुसार उन्होंने निगम के अधिकारियों से कहा है कि वह आपत्तियों का निराकरण बिना भेदभाव के करें.
इधर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सईद अंसारी का कहना है कि कि नगर निगम में भाजपा का बोर्ड है और महापौर भी उनका है. फिर भी उनको लगता है कि कुछ गलत हुआ है तो आपत्ति दर्ज करें. साथ ही अंसारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है, इसलिए इस तरह के आरोप प्रत्यारोप लगा रही है.
गौरतलब है कि वर्ष 2011 की 10.56 लाख की जनसंख्या के आधार पर जोधपुर के नगर निगम क्षेत्र के 65 वार्डों को शो वार्ड में परिवर्तित किया गया है, जिसमें सरकार ने कई तरह के नियम बताए थे. जिसके तहत यह परिसीमन होना था. भाजपा का आरोप है कि अधिकारियों ने इसकी अनदेखी की है.