जोधपुर. शहर के देव नगर थाना क्षेत्र में साइबर क्राइम के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं. जिनमें एक मामले में एक व्यक्ति को दोस्त का परिचित बताकर 90 हजार की ठगी की गई. वहीं, दूसरे मामले में घर पहुंचे नए क्रेडिट कार्ड के वेरिफिकेशन के चक्कर मे 50 हजार की गवां दिए.
थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि पहले मामले में कबूतरों का चौक निवासी मोहम्मद सउद पुत्र मोहम्मद जाकिर ने रिपोर्ट दी है, इसमें बताया कि रविवार को वह दल्ले खां चक्की रोड से पाल रोड की तरफ बाइक पर जा रहा था. तब बीच रास्ते में किसी का फोन आया और कहा कि उसके दोस्त का परिचित बोल रहा है. उसके दोस्त का पेमेंट फोन-पे से रिसीव नहीं हो पा रहा है. विश्वास में लेने के लिए पहले सौ रुपए भी ट्रांसफर किए. इसके बाद शातिर ने दो सौ रुपए उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद 19900 के चार ट्रांजेक्शन किये, फिर पांचवीं बार में 10 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन कर खाते से करीब 90 हजार पार कर लिए. कुछ देर बाद सऊद को पता चला कि उसके खाते से रुपए पार हो चुके हैं. वह थाने पहुंचा. उसके जिस दोस्त का नाम ठग ने लिए उसने भी दूरी बना ली कि वह इस बारे में नही जानता.
पढ़ें: कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के नाम पर साइबर ठग बना रहे लोगों को शिकार, ऐसे करें बचाव
ओटीपी नंबर के जरिए उड़ाए 50 हजार
दूसरे मामले में पाल रोड स्थित राजीव गांधी कॉलोनी निवासी महेंद्र पुत्र अखाराम पटेल की ओर से रिपोर्ट दी गई. इसमें बताया कि उनकी मां मथुरा देवी का नया क्रेडिट कार्ड बनकर आया था. कार्ड के घर डिलीवर होते ही उनके पास एक कॉल आया. इसके साथ ही ओटीपी नंबर भी आया. क्रेडिट कार्ड के वेरिफिकेशन कॉल समझ कर महेंद्र ने ओटीपी नंबर बता दिए, जिसके बाद उसकी मां के आईसीआईसीआई बैंक के पुराने क्रेडिट कार्ड से दो बार में कुल 50 हजार रुपए पार हो गए.