जोधपुर. जिले की पंचायत समिति चुनाव के परिणाम आ गए हैं. इन परिणामों में कांग्रेस ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया. जिले की 10 विधानसभा सीटों में से 7 पर कांग्रेस का कब्जा होने के बावजूद जिले की पंचायत समितियों में कांग्रेस को सिर्फ 7 समितियों में स्पष्ट बहुमत मिला है.
जोधपुर में भाजपा को 4 पंचायत समितियों में बहुमत प्राप्त हुआ है. 10 पंचायत समितियों में प्रधान रालोपा और निर्दलीय के सहयोग से बनेगा. खास बात ये रही कि इस बार चुनाव से पहले पंचायत समितियों की संख्या 16 से बढ़ाकर 21 कर दी थी. लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा.
जो 5 नई पंचायत समिति बनाई गई थीं, उनमें 2 पर भाजपा ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया. कांग्रेस को नई समिति शेखाला में ही बहुमत हसिल हुआ. जबकि 2 में निर्दलीय और रालोपा निर्णायक की भूमिका में होंगे.
जोधपुर पंचायत समिति चुनाव परिणाम के तहत भाजपा को केरु, देचू, धवा और तिवरी पंचायत समितियों में स्पष्ट बहुमत मिला. जबकि कांग्रेस को शेखाला, शेरगढ़, बाप, फलोदी, लोहावट, बालेसर और लूनी में स्पष्ट बहुमत मिला है.
वहीं कुछ ऐसी पंचायत समितियां हैं जहां निर्दलीय और आरएलपी के सहारे ही बोर्ड बनाया जा सकता है, इनमें मंडोर, पीपाड़, भोपालगढ़, ओसियां, चामू, बापिणी, बावड़ी, आऊ, बिलाड़ा और घन्टयाली पंचायत समितियां शामिल हैं.
कांग्रेस में हुए विवाद ने किया बंटाधार
पंचायत समिति चुनाव के टिकट को लेकर कांग्रेस में नेताओं में आपसी खींचतान सामने आई थी. खासतौर से भोपालगढ़, बिलाड़ा और ओसियां विधानसभा में तो नेताओं ने जबरदस्त लॉबिंग की थी. यहां रालोपा ने कांग्रेस का गणित बिगाड़ दिया.
आपसी खींचतान से भाजपा की भी डूबी लुटिया
पंचायत समिति चुनाव के टिकट वितरण के साथ ही भाजपा में आपसी खींचतान सामने आई थी. खास तौर से शेरगढ लोहावट, लूणी में तो पूर्व विधायकों और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच टिकटों के वितरण को लेकर जो हालात बने वह सबके सामने थे. शेरगढ़ पूर्व विधायक बाबूसिंह के जो ऑडियो वायरल हुए, वे किसी से छुपे हुए नहीं है. क्षेत्र विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा. यहां शेरगढ़ व बालेसर में कांग्रेस ने बहुमत हासिल कर लिया. इसका असर लोहावट घंटियाली पंचायत समिति पर भी पड़ा.