जोधपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी घटनाक्रम को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राजभवन का जनता की ओर से घेराव करने वाला बयान अराजकता से भरा हुआ है. गहलोत सरकार को एक होटल में लेकर बैठे हैं, जबकि इस समय जनता के दुख दर्द जानने और काम करने का समय है.
दिल्ली से शेखावत ने एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर टिप्पणी देते हुए कहा कि न्यायालय के निर्णय पर सीएम ने जो बयान दिया है वो अराजकता भरा है. जबकि वे खुद लोकतंत्र की दुहाई देते रहे हैं. ऐसे में यह बयान उनके पद के अनुरूप नहीं है.
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क्रेडिट को-ऑपरेटिव प्रकरण पर बोले शेखावत...
संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव मामले में उनके नाम के साथ दुबारा जांच के आदेश पर भी प्रतिक्रिया देते हुए शेखावत ने कहा कि SOG ने डेढ़ साल तक पूरी जांच कर ली और चार्जशीट पेश की, लेकिन अब कोर्ट से दुबारा जो एप्लीकेशन लगाई गई है कि SOG वापस जांच करे. जबकि विस्तृत जांच के साथ ही चार्जशीट फाइल हुई होगी. इसके बाद भी किसी को लगता है कि पुन: जांच होनी चाहिए और न्यायालय कहता है तो दुबारा जांच भी हो जानी चाहिए. इस पर टिप्पणी नहीं की जा सकती. यह विषय इतना ही और पवित्र होता तो मुझे बयान देने की आवश्यकता नहीं होती. इसके पीछे भी राजनीतिक साजिश है.
समय की कड़ियां जोड़ कर देख लीजिएगा कि कैसे, क्यों, किस उद्देश्य के साथ यह षड्यंत्र रचे हैं. कभी झूठे ऑडियो टेप के नाम पर भी मुख्यमंत्री कहते हैं कि हम ऑडियो टेप को जांच के लिए अमेरिका भेजेंगे. हमको उनकी CBI पर विश्वास नहीं है. ऐसा लगता है कि सीएम के घर की कमजोरी का प्रभाव उन पर है. लड़ाई उनके घर में है लेकिन दूसरों के घर पर किचड़ फेंकने का काम कर रहे हैं. ऐसी पार्टी के लोग हैं जिनकी पूरी केंद्रीय लीडरशिप बेल पर जेल से बाहर है. वे दूसरों पर आरोप लगाते हैं तो जनता सब देखती है और समझती भी है.