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SPECIAL: जोधपुर में युवाओं को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है कोरोना, अगस्त में 50 फीसदी हुए संक्रमित - कोरोना की जद में युवा

राजस्थान में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना वायरस के चलते स्वास्थ्य संबंधी दूसरी कई गंभीर समस्याओं का भी खतरा बढ़ गया है. कोरोना भले ही बुजुर्गों की जान ज्यादा ले रहा हो, लेकिन युवा भी इसकी गिरफ्त में हैं. जोधपुर जिले के आंकड़े तो यही हकीकत बयां कर रहे हैं. देखिए ये रिपोर्ट...

Jodhpur corona virus update,  case of corona is increasing among youth
कोरोना की जद में युवा
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Published : Sep 3, 2020, 8:25 PM IST

जोधपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से पूरी दुनिया परेशान है. फिलहाल इससे बचने के लिए हाथ धोना, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे जरूरी उपाय ही काम आ सकते हैं. हालांकि कुछ लोग अपनी लापरवाही से इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं, जिसमें युवाओं की संख्या बहुत ज्यादा है.

कोरोना की जद में युवा

कोरोना वायरस को लेकर राजस्थान की बात करें तो प्रदेश में सर्वाधिक कोरोना का कहर जोधपुर में बरप रहा है. संक्रमितों की संख्या के साथ साथ मौत की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. वहीं, जिले में संक्रमित होने वालों में बड़ी संख्या युवाओं की है, जबकि मरने वालों में बजुर्गों की संख्या सबसे ज्यादा है.

Jodhpur corona virus update,  case of corona is increasing among youth
अगस्त महीने में कोरोना का आंकड़ा

जानकारी के अनुसार कोरोना से संक्रमित युवाओं में कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं. कोरोना टेस्ट होने के बाद ही पता चलता है कि वे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. वहीं, बिना टेस्ट के उनके माध्यम से भी संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है.

पढ़ें- Special: नागौर में सैंपलिंग बढ़ाकर कोरोना को काबू में करने की कोशिश

अगस्त महीने की बात करें तो जोधपुर में 6 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इन मामलों को आयु वर्ग के हिसाब से अलग-अलग किया है. आंकड़ों के अनुसार बड़ी संख्या में 20 से 50 वर्ष के लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. इनमें भी 20 से 40 वर्ष के दायरे में सर्वाधिक रोगी सामने आए हैं.

विशेषज्ञों का मानना है कि 30 वर्ष से ज्यादा उम्र के युवा परिवार के लिए मेहनत करते हैं. ऐसे में उन्हें अपने वर्क प्लेस पर ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है. खास तौर से मार्केटिंग और पब्लिक कनेक्ट वाले काम करने वालों के लिए ज्यादा जागरूकता की आवश्यकता है.

पढ़ें- Special: कोरोना वायरस के कारण अबकी बार मौसमी बीमारियों पर भी रहा प्रभावी नियंत्रण

जोधपुर के सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा का कहना है कि विभिन्न आयु वर्ग के युवा और कामगाजी लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. 20 से 50 वर्ष तक की उम्र के 50 फीसदी रोगी हैं. ऐसे में उन्हें अनावश्यक आवाजाही से बचना चाहिए, जिससे वे अपने परिवार को भी सुरक्षित रख सकेंगे.

कलेक्टर इंद्रजीत सिंह भी इसको लेकर चिंतित हैं. उनका कहना है कि युवाओं को टेस्ट करवाने में आगे आना चाहिए.

युवा खुद को कोरोना से कैसे सेफ रख सकते हैं...

  • युवाओं को एक बात का हमेशा याद रखना चाहिए कि वे भी कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं. इसलिए जो जरूरी उपाय और नियम हैं, उनका पालन जरूर करें.
  • यदि युवा कोरोना से संक्रमित होंगे तो बुजर्गों को ज्यादा खतरा होगा और ये लोग हाई रिस्क कैटेगरी में हैं. कोरोना से 80 फीसदी मौतें 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की हुई है.
  • युवा और अन्य लोगों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए सभी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए, यदि बीमार महसूस करें तो खुद को आइसोलेट करते हुए जरूरी कदम उठाना चाहिए.
  • युवाओं में यदि लक्षण दिखते हैं तो उन्हें उसका तुरंत टेस्ट कराना चाहिए, इसे छिपाना नहीं चाहिए. इसके अलावा वे कोविड हेल्पलाइन पर फोन करके भी अपने सिंपटम्स के बारे में सलाह ले सकते हैं.
  • अगर ट्रैवलिंग कर रहे हैं तो एक छोटा हैंड सैनिटाइजर पास में रखें. जब भी किसी सतह को छुऐं तो अच्छे से हाथों को सैनिटाइज करें. कोशिश करें कि लिफ्ट का इस्तेमाल न करें. कोहनी का इस्तेमाल करके दरवाजे को खोलें.
  • युवाओं को अपनी इम्युनिटी को मेनटेन करने के लिए अच्छी डाइट और अच्छी नींद लेनी चाहिए. हमेशा पॉजिटिव रहें और बाहर का खाना बिल्कुल ना खाएं. कोरोना से बचाने में इम्युनिटी सबसे अहम है.

युवाओं को भी जान का खतरा है...

WHO के डायरेक्टर जनरल टेडरस एडनॉम गैब्रिएसिस का कहना है कि हमारे सामने ये चुनौती है कि युवाओं को कोरोना वायरस के खतरे के बारे में कैसे समझाएं. युवाओं की भी कोरोना से जान जा सकती है और वो दूसरों में भी इसे फैला सकते हैं. WHO ने युवाओं को पार्टी नहीं करने की चेतावनी जारी की है. संगठन ने युवाओं से अपील भी की है कि वे इस संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करें.

जोधपुर. कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से पूरी दुनिया परेशान है. फिलहाल इससे बचने के लिए हाथ धोना, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे जरूरी उपाय ही काम आ सकते हैं. हालांकि कुछ लोग अपनी लापरवाही से इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं, जिसमें युवाओं की संख्या बहुत ज्यादा है.

कोरोना की जद में युवा

कोरोना वायरस को लेकर राजस्थान की बात करें तो प्रदेश में सर्वाधिक कोरोना का कहर जोधपुर में बरप रहा है. संक्रमितों की संख्या के साथ साथ मौत की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. वहीं, जिले में संक्रमित होने वालों में बड़ी संख्या युवाओं की है, जबकि मरने वालों में बजुर्गों की संख्या सबसे ज्यादा है.

Jodhpur corona virus update,  case of corona is increasing among youth
अगस्त महीने में कोरोना का आंकड़ा

जानकारी के अनुसार कोरोना से संक्रमित युवाओं में कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं. कोरोना टेस्ट होने के बाद ही पता चलता है कि वे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. वहीं, बिना टेस्ट के उनके माध्यम से भी संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है.

पढ़ें- Special: नागौर में सैंपलिंग बढ़ाकर कोरोना को काबू में करने की कोशिश

अगस्त महीने की बात करें तो जोधपुर में 6 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इन मामलों को आयु वर्ग के हिसाब से अलग-अलग किया है. आंकड़ों के अनुसार बड़ी संख्या में 20 से 50 वर्ष के लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. इनमें भी 20 से 40 वर्ष के दायरे में सर्वाधिक रोगी सामने आए हैं.

विशेषज्ञों का मानना है कि 30 वर्ष से ज्यादा उम्र के युवा परिवार के लिए मेहनत करते हैं. ऐसे में उन्हें अपने वर्क प्लेस पर ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है. खास तौर से मार्केटिंग और पब्लिक कनेक्ट वाले काम करने वालों के लिए ज्यादा जागरूकता की आवश्यकता है.

पढ़ें- Special: कोरोना वायरस के कारण अबकी बार मौसमी बीमारियों पर भी रहा प्रभावी नियंत्रण

जोधपुर के सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा का कहना है कि विभिन्न आयु वर्ग के युवा और कामगाजी लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. 20 से 50 वर्ष तक की उम्र के 50 फीसदी रोगी हैं. ऐसे में उन्हें अनावश्यक आवाजाही से बचना चाहिए, जिससे वे अपने परिवार को भी सुरक्षित रख सकेंगे.

कलेक्टर इंद्रजीत सिंह भी इसको लेकर चिंतित हैं. उनका कहना है कि युवाओं को टेस्ट करवाने में आगे आना चाहिए.

युवा खुद को कोरोना से कैसे सेफ रख सकते हैं...

  • युवाओं को एक बात का हमेशा याद रखना चाहिए कि वे भी कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं. इसलिए जो जरूरी उपाय और नियम हैं, उनका पालन जरूर करें.
  • यदि युवा कोरोना से संक्रमित होंगे तो बुजर्गों को ज्यादा खतरा होगा और ये लोग हाई रिस्क कैटेगरी में हैं. कोरोना से 80 फीसदी मौतें 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की हुई है.
  • युवा और अन्य लोगों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए सभी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए, यदि बीमार महसूस करें तो खुद को आइसोलेट करते हुए जरूरी कदम उठाना चाहिए.
  • युवाओं में यदि लक्षण दिखते हैं तो उन्हें उसका तुरंत टेस्ट कराना चाहिए, इसे छिपाना नहीं चाहिए. इसके अलावा वे कोविड हेल्पलाइन पर फोन करके भी अपने सिंपटम्स के बारे में सलाह ले सकते हैं.
  • अगर ट्रैवलिंग कर रहे हैं तो एक छोटा हैंड सैनिटाइजर पास में रखें. जब भी किसी सतह को छुऐं तो अच्छे से हाथों को सैनिटाइज करें. कोशिश करें कि लिफ्ट का इस्तेमाल न करें. कोहनी का इस्तेमाल करके दरवाजे को खोलें.
  • युवाओं को अपनी इम्युनिटी को मेनटेन करने के लिए अच्छी डाइट और अच्छी नींद लेनी चाहिए. हमेशा पॉजिटिव रहें और बाहर का खाना बिल्कुल ना खाएं. कोरोना से बचाने में इम्युनिटी सबसे अहम है.

युवाओं को भी जान का खतरा है...

WHO के डायरेक्टर जनरल टेडरस एडनॉम गैब्रिएसिस का कहना है कि हमारे सामने ये चुनौती है कि युवाओं को कोरोना वायरस के खतरे के बारे में कैसे समझाएं. युवाओं की भी कोरोना से जान जा सकती है और वो दूसरों में भी इसे फैला सकते हैं. WHO ने युवाओं को पार्टी नहीं करने की चेतावनी जारी की है. संगठन ने युवाओं से अपील भी की है कि वे इस संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद करें.

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