जोधपुर. शहर के जालौर गेट स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य ब्रांच के बाहर शुक्रवार को सरकारी बैंक कर्मचारियों की ओर से एक दिवसीय धरने का आयोजन किया गया. जहां धरने में बैंक कर्मचारियों ने वित्त मंत्री सहित केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. बैंक कर्मचारियों का कहना है कि वर्तमान समय में केंद्र सरकार की ओर से आम जनता सहित सरकारी कर्मचारियों के शोषण करने का काम कर रही है.
बैंक कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष आरपी सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में वित्त मंत्री ने सरकारी बैंकों को निजी बैंक के हाथों में सौंपने का एक फरमान जारी किया है. जिससे सभी बैंक कर्मचारियों में काफी रोष व्याप्त है. केंद्र सरकार ने पहले भी कई सरकारी संस्थानों को निजी कंपनियों के हाथों में सौंप दिया है. ऐसे में बैंक को निजी बैंकों के हाथ में सोपना गलत है.
बैंक कर्मचारियों ने बताया कि नोटबंदी लॉकडाउन में सरकार का कई काम सरकारी बैंक कर्मचारियों ने किया था. साथ ही सरकार की कई योजनाएं सरकारी बैंकों में चल रही है और आम जनता का विश्वास भी सरकारी बैंक में ही होता है. ऐसे में अगर केंद्र सरकार की ओर से सरकारी बैंकों को निजी बैंकों के हाथ में सौंपा जाएगा, तो इसका प्रभाव आम जनता पर पड़ेगा.
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बैंक कर्मचारियों को कहना है कि आगामी 15 और 16 मार्च को जोधपुर सहित प्रदेश के समस्त बैंक कर्मियों की ओर से दो दिवसीय हड़ताल की जाएगी, अगर उसके बावजूद भी केंद्र सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो आने वाले समय में सभी सरकारी बैंक कर्मचारी हड़ताल पर बैठेंगे. सरकारी बैंकों का विलय निजी बैंकों में नहीं होने देंगे.