जोधपुर. जेडीए में विकास कार्यों के नाम पर अनियमितता और भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है. कांग्रेस के नेता राजेश मेहता की ओर से राजस्थान उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका अधिवक्ता मोतीसिंह राजपुरोहित के जरिए पेश की गई है. याचिका में पूर्व में जेडीए चेयरमैन राजेन्द्र सोलंकी के खिलाफ सीबीआई जॉच की मांग के साथ अन्य सभी आरोपियों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति राज्य सरकार से जारी करवाने की मांग की गई है.
बता दें, जेडीए के पूर्व चेयरमैन सोलंकी सहित अन्य के खिलाफ चार अलग अलग मामले दर्ज किये गये थे. पिछले महीने एसीबी ने भ्रष्टाचार मामलात अदालत में चारों मामलों में पूर्व चेयरमैन के खिलाफ एफआर पेश कर दी थी, जिसमें से दो, न्यायालय ने स्वीकार कर ली थी. वहीं, दो में प्रसंज्ञान लिया था.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान में जल्द शुरू हो सकता वैध बजरी खनन, 8 लीजों को मिली एनओसी...SC के आदेश का इंतजार
दरअसल, कांग्रेस के पिछले शासन के दौरान जेडीए चेयरमैन पद पर रहे सोलंकी ने शहर में कई विकास कार्य करवाये थे. प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही साल 2016 में भाजपा ने विकास कार्यों को भ्रष्टाचार के दायरे में रखा. इसके बाद एसीबी ने सोलंकी सहित जेडीए के कई अधिकारियों के खिलाफ अलग अलग चार मामले दर्ज किए थे. इनमें सोलंकी सहित अन्य अधिकारियों को गिरफ्तार भी किया गया था. सोलंकी और अन्य की गिरफ्तारियों पर राजनीतिक स्तर पर भी काफी बवाल मचा था. बताया जा रहा है कि पेश की गई याचिका पर अब अगले सप्ताह में राजस्थान उच्च न्यायालय में सुनवाई हो सकती है.