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एसीबी की कार्रवाई, जोधपुर में रेल प्रबंधक कार्यालय में 4000 की रिश्वत लेते अकाउंटेंट गिरफ्तार

एसीबी ने शिकायत मिलने के बाद जोधपुर उत्तर पश्चिम रेलवे प्रबंधक कार्यालय के अकाउंटेंट को 4000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है. रिश्वत के खेल में कई अफसरों के भी शामिल होने की आशंका है. एसीबी आरोपी से पूछताछ कर रही है.

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Published : Oct 14, 2021, 4:59 PM IST

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एसीबी की कार्रवाई

जोधपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर की स्पेशल यूनिट को एसीबी के टोल फ्री नंबर 1064 पर एक रेलवे कर्मचारी के खिलाफ शिकायत मिली. इसके आधार पर आज कार्रवाई करते हुए एसीबी (ACB) ने जोधपुर उत्तर पश्चिम रेलवे प्रबंधक कार्यालय के अकाउंटेंट को 4000 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.

एसीबी स्पेशल युनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया की फाइल प्रोसेस करने के एवज में 4000 रुपये प्रति फाइल अकाउंटेंट विजय गुप्ता ले रहा था. शिकायत का सत्यापन किया गया और उसके बाद रिश्वत लेते हुए उसे रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया. गुप्ता ने यह भी बताया है कि उसे 4000 रुपये प्रति फाइल जो मिलता है, उसमें उसका हिस्सा काफी कम होता है, बाकी सारा पैसा ऊपर अधिकारियों का जाता है.

पढ़ें. रीट पेपर लीक मामला: भजनलाल बिश्नोई की तलाश में जालौर में SOG की दबिश

एसीबी के अधिकारी दुर्ग सिंह राज पुरोहित का कहना है कि फिलहाल मामले में पूछताछ की जा रही है. रिश्वत की राशि कौन-कौन अधिकारी प्राप्त करते हैं इसका पता लगाने के बाद कार्रवाई की जाएगी. सामान्यतः एसीबी राजस्थान सरकार के कर्मचारियों को ही ट्रैप करती है. केंद्र सरकार के कार्यालय में होने वाले भ्रष्टाचार की शिकायतों को लेकर सीबीआई ही कार्रवाई करती है लेकिन शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने आज तुरंत मामले में एक्शन लिया है.

जोधपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर की स्पेशल यूनिट को एसीबी के टोल फ्री नंबर 1064 पर एक रेलवे कर्मचारी के खिलाफ शिकायत मिली. इसके आधार पर आज कार्रवाई करते हुए एसीबी (ACB) ने जोधपुर उत्तर पश्चिम रेलवे प्रबंधक कार्यालय के अकाउंटेंट को 4000 रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.

एसीबी स्पेशल युनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया की फाइल प्रोसेस करने के एवज में 4000 रुपये प्रति फाइल अकाउंटेंट विजय गुप्ता ले रहा था. शिकायत का सत्यापन किया गया और उसके बाद रिश्वत लेते हुए उसे रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया गया. गुप्ता ने यह भी बताया है कि उसे 4000 रुपये प्रति फाइल जो मिलता है, उसमें उसका हिस्सा काफी कम होता है, बाकी सारा पैसा ऊपर अधिकारियों का जाता है.

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एसीबी के अधिकारी दुर्ग सिंह राज पुरोहित का कहना है कि फिलहाल मामले में पूछताछ की जा रही है. रिश्वत की राशि कौन-कौन अधिकारी प्राप्त करते हैं इसका पता लगाने के बाद कार्रवाई की जाएगी. सामान्यतः एसीबी राजस्थान सरकार के कर्मचारियों को ही ट्रैप करती है. केंद्र सरकार के कार्यालय में होने वाले भ्रष्टाचार की शिकायतों को लेकर सीबीआई ही कार्रवाई करती है लेकिन शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने आज तुरंत मामले में एक्शन लिया है.

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