जोधपुर. जिले के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहर की छोटी बस्तियों और कॉलोनियों में जगह जगह पर झोला छाप डॉक्टर सक्रिय हैं. मदेरणा कॉलोनी में एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक 32 साल के युवक को इंजेक्शन लगाया जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ (Young man Dies After Quack Injection) गई. हालत न सुधरते देख वो खुद उसे लेकर एमजीएच गया और वहां से निकल गया. रविवार सुबह युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई. मौत के 24 घंटे बाद शव उठाने पर सहमति बनी. सोमवार को लखारा समाज के लोगों की पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बातचीत के बाद समाज के अध्यक्ष ने शव उठाने की बात कही है.
अध्यक्ष दिनेश लखारा ने बताया कि मामले की जांच एसीपी राजेंद्र दिवाकर करेंगे इसको लेकर सभी को आश्वस्त किया, जिसके बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने शव लेने पर सहमति व्यक्त की है. आज यानि सोमवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा. गौरतलब है कि मदेरणा कॉलोनी में रखने वाले जितेंद्र लखारा को बुखार और पेट दर्द हुआ था. 23 जून को उसने अपने पड़ोस में स्थित राज क्लिनिक पर झोलाछाप डॉक्टर एमएम अंसारी को दिखाया. डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया. काफी देर तक जितेंद्र घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां क्लिनिक गई. वहां उन्होंने जितेंद्र को बेहोश देखा.
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इस पर झोलाछाप ने उसकी मां को बताया कि इंजेक्शन रिएक्शन कर गया है, बड़े अस्पताल ले जाना पड़ेगा. जिसके बाद वो युवक को अपनी कार से एमजीएच लेकर गया. एमजीएच में उसे सीसीयू में भर्ती किया गया लेकिन उसकी स्थिति बिगड़ती गई. रविवार सुबह उसने दम तोड़ दिया. उसके पिता संपतराज ने बताया कि बेटे की स्थिति देख 24 जून को ही माता का थान थाने में लिखित शिकायत क्लिनिक के डॉक्टर के विरुद्ध दी है. युवक की मौत के साथ उसके समाज के लोग अस्पताल में जुटने लगे और कार्रवाई की मांग को लेकर शव नहीं उठाया. सोमवार सुबह समाज के लोगों की पुलिस से फिर वार्ता हुई जिसके बाद सहमति बनी. एसीपी मंडोर राजेंद्र दिवाकर ने बताया कि परिजनों से बात हो गई है और वे शव उठा रहे हैं. मामले में नियमानुसार निष्पक्ष कार्रवाई होगी.