जोधपुर. कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में ब्लैक फंगस के मामलों में लगातार तेजी आ रही है. संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल MDM हॉस्पिटल में अब तक 44 मरीज सामने आ चुके हैं. सभी मरीजों का उपचार ब्लैक फंगस वार्ड में चल रहा है.
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बता दें, बीते एक सप्ताह में 3 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि जोधपुर एम्स में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या इससे भी कहीं ज्यादा है. वहां पूरे संभाग से मरीज जा रहे हैं. AIIMS सूत्रों की मानें तो एम्स में वर्तमान में 80 से ज्यादा मरीज उपचाररत हैं. वहां भी कुछ मरीजों की मौत हुई है.
जोधपुर के डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस राठौड़ ने बताया कि वर्तमान में यहां 44 रोगी भर्ती हैं, जिनका उपचार चल रहा है. उन्होंने बताया कि यहां अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस बीमारी के उपचार में काम आने वाले इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता है और मरीजों का उपचार किया जा रहा है. राठौड़ ने बताया कि ब्लैक फंगस के इलाज के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है और आवश्यकता अनुसार बेड बढ़ाए जा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि मथुरादास माथुर अस्पताल में बीते 1 सप्ताह में ही ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. जिसके चलते कॉलेज प्रबंधन ने नेत्र रोग विभाग और ईएनटी के डॉक्टरों को मिलाकर एक टीम बनाई है, जो मरीजों का ऑपरेशन कर रही है. इनमें अब तक 5 मरीजों की आंखें निकालने पड़ी है और कुछ मरीजों के जबड़े भी निकाले गए हैं.