जोधपुर. शहर में कोरोना संक्रमण अनियंत्रित गति से बढ़ रहा है. शनिवार को एक दिन में नए मरीजों की संख्या दो हजार पार कर गई. जहां शनिवार को कोरोना के 2015 नए मामले सामने आए है. यह जोधपुर में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. शनिवार को AIIMS मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में 30 लोगों की मौतें हुई.
राहत की बात यह है कि 800 से ज्यादा लोगों को डिस्चार्ज भी किया गया, लेकिन इसके बावजूद शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की किल्लत बनी हुई है. इधर बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के पश्चिम जिला में डीसीपी आलोक श्रीवास्तव की अगुवाई में पुलिस के जवानों ने रूट मार्च निकाला.
इसके माध्यम से संदेश दिया कि कोरोना से बचने और इसकी संक्रमण की चयन तोड़ने के लिए घरों में रहना आवश्यक है. डीसीपी आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार की ओर से कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं, हमारी लोगों से अपील है कि वह अब अनावश्यक बिल्कुल भी घरों से बाहर नहीं निकले, क्योंकि अगर लोगों की आवाजाही नहीं रुकी, तो इस चेन को तोड़ना बहुत मुश्किल होगा.
इधर जिला प्रशासन में मेडिकल कॉलेज जो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पूरे दिन अलग-अलग बैठकों में कोरोना से निपटने के लिए मंथन करने में लगे रहे. जिला कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज जाकर डॉक्टर के साथ बैठक की, उनसे हालात की जानकारी भी प्राप्त की. इसके बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव वैभव गालरिया ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की बैठक ली.