जोधपुर. शहर में कोरोना से ग्रसित मरीजों का आंकड़ा 2 हजार के ऊपर के पहुंच चुका है. जोधपुर संभाग के सबसे बड़े विश्वविद्यालय जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कर्मचारी भी कोरोना चपेट में आ चुके हैं. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के एग्जामिनेशन सेक्शन और सीक्रेसी सेक्शन के दो कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय में हड़कंप मच हुआ है.
आनन-फानन में विश्वविद्यालय प्रशासन ने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय में बने एग्जामिनेशन सेक्शन (परीक्षा अनुभाग) को बंद कर दिया है. वहां के सभी कर्मचारियों को भी होम क्वॉरेंटाइन पर भेज दिया गया है.
वहीं पॉजिटिव मिला दूसरा कर्मचारी विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा में कार्यरत था. लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अभी तक गोपनीय शाखा को बंद नहीं किया गया और ना ही वहां के कर्मचारियों का सैंपल लिया गया है. जिसके चलते गोपनीय शाखा में कार्यरत कर्मचारियों ने इस संबंध में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र भी लिखा है.
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मामले में कुलपति का कहना है कि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय को पूर्णतया बंद नहीं कराया जा सकता. साथ ही सभी कर्मचारियों की कोरोना जांच करवाई जाएगी और जिन कर्मचारियों की रिपोर्ट नेगेटिव आएगी, उन्हें विश्वविद्यालय आना होगा.
बताया जा रहा है कि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की गोपनीय शाखा और एग्जामिनेशन सेक्शन में कार्यरत दोनों कर्मचारी जो कोरोना पॉजिटिव पाए हैं, वे प्रताप नगर इलाके के रहने वाले हैं. जो कोरोना का हॉट स्पॉट माना जाता है. फिलहाल जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के एग्जामिनेशन सेक्शन को बंद कर दिया गया है, लेकिन गोपनीय शाखा में अभी भी कर्मचारी काम कर रहे हैं. साथ ही अब विश्व विद्यालय के समस्त कर्मचारियों की कोरोना जांच भी जल्दी ही करवाई जाएगी.