जोधपुर. जिले में 25 जून की रात को बिलाड़ा थाना क्षेत्र के भावी ग्राम के यूको बैंक के एटीएम को उखाड़ कर ले जाने के मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. प्रकरण में 3 आरोपी अभी भी फरार हैं.
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पुलिस के अनुसार आरोपियों ने कर्ज चुकाने के लिए एक गैंग बनाई और उसके बाद भावी गांव के एटीएम की रेकी कर घटना को अंजाम दिया. गिरफ्तार आरोपी बीरबलराम उर्फ अक्षय विश्नोई और राकेश भील से पूछताछ जारी है. प्राथमिक पूछताछ में यह सामने आया है कि एटीएम को काटने के बाद उसमें से प्राप्त 15 लाख 22 हजार की राशि पांचों ने आपस में बांट ली, जिसकी बरामदगी के प्रयास जारी हैं. गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ पूर्व में भी कई मामले दर्ज हैं. जिला पुलिस अधीक्षक ने इस प्रकरण का पर्दाफाश करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की है.
ऐसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस
जिला पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनिल कयाल ने बताया कि प्रकरण को लेकर डीएसटी के साथ एक विशेष टीम बनाई गई थी. टीम ने बिलाड़ा क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्र जोधपुर कमिश्नरेट, पाली, बाड़मेर, नागौर क्षेत्र के सभी रूट वाईज सीसीटीवी फुटेज लिए और उनका विश्लेषण किया और इसके आधार पर संदिग्धों के वीडियो फुटेज लिए गए. साथ ही कई संदिग्धों से पूछताछ कर डाटाबेस तैयार किया गया.
इसमें सामने आया कि बीरबलराम उर्फ अक्षय पुत्र रामूराम चाहर विश्नोई, राकेश पुत्र धोकलराम भील, उम्मेदाराम पुत्र गणपतराम जाट, धर्मेन्द्रसिंह राजपूत, लादूराम पुत्र कानाराम कालीराणा की भूमिका है.
कर्ज चुकाने के लिए की लूट
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद इन पांचों आरोपियों की जीवनशैली में परिवर्तन आ गया. यहां तक कि उन्होंने लोगों से संपर्क भी कम कर दिए, जिसके बाद पुलिस ने और निगरानी शुरू कर दी. इसके आधार पर बीरबलराम उर्फ अक्षय चाहर विश्नोई और राकेश भील को दस्तयाब किया और सोमवार को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि राकेश भील और बीरबलराम उर्फ अक्षय चाहर विश्नोई दोनों पहले एक-दूसरे से जुड़े थे. 2020 में राकेश किसी प्रकरण में न्यायिक हिरासत में था तो उस दौरान उसकी मुलाकात धर्मेंद्र सिंह से हुई जो कि शातिर अपराधी है. इन सब ने मिलकर गैंग बनाया. मौज मस्ती और अय्याशी करने के कारण इनके ऊपर कर्जा हो गया था, इस कारण से इस गैंग के सदस्यों द्वारा कर्जे से निजात पाने के लिए बड़ी रकम लूटने का प्लान बनाया.
घटना के डीजल के लिए एकत्र किए 900 रुपए
बड़ी रकम के लिए तय किया कि कोई एटीएम लूटा जाए. इसके बाद बीरबल ने उस एटीएम की 15 दिन तक रेकी की. आसपास कितने कैमरे लगे हैं, इसकी भी जानकारी जुटाई और 25 जून की रात को जब पांचों लोग अपने वाहन के साथ रवाना हुए तो रास्ते में डीजल खत्म होने लग गया तो सभी ने कुछ रुपए आपस में एकत्र कर 900 रुपए का डीजल भरवाया और रात 2 से 3 के बीच एटीएम को मोटे रस्सों से उखाड़ कर अपनी गेटवे गाड़ी में डाल कर ले गए.
क्या है पूरा मामला
राजस्थान के जोधपुर जिले के बिलाड़ा के भावी गांव में बदमाशों ने ATM लूट की वारदात को अंजाम दिया. 24 जून की रात बदमाश भावी गांव में पहुंचे. यहां यूको बैंक के ATM को उखाड़ा, गाड़ी में रखा और आराम से फरार हो गए. ATM जिस कमरे में था वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था. और शायद ये बात बदमाशों को भी पता थी.