जोधपुर. राज्य के दूसरे बडे़ शहर एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर जोधपुर में कोरोना के हालात भयावह होते जा रहे हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 24 घंटे में एमडीएम, एमजीएच और एम्स में 17 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. गत वर्ष 30 नवंबर को दस लोगों की मोत हुई थी. इनमें एक की मौत के बाद पॉजिटिव रिपोर्ट आई है. शुक्रवार दोपहर तक 700 नए मामले सामने आए हैं.
डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. जीएल मीणा ने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन जो सैंपल जांच की जा रही है. उनमें 20 से 25 फीसदी पॉजिटिव केस आ रहे हैं. लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है. डॉ. मीणा के अनुसार टेस्टिंग से ही संक्रमण की चेन को रोका जा सकता है, इसक प्रयास जारी है. उन्होंने बताया कि 24 घंटे में मेडिकल कॉलेज के दोनों अस्पतालों में 11 लोगों की मौत हुई है. इनमें ज्यादातर जोधपुर जिले के ही है. वहीं मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी के चलते एमडीएम अस्पताल का डेकेअर सेंटर बंद हो गया है.
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उपचार लेने वाले मरीजों को अब यह इंजेक्शन नहीं लगाया जा रहा है. सिर्फ गंभीर मरीजों को ही यह इंजेक्शन देने के निर्देश हैं. जोधपुर में पिछले सात दिनों में कोरोना के 4828 मामले सामने आ चुके हैं और जोधपुर जिले के ही 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 24 घण्टों में 6 मौते एम्स में, एमडीएम एमजीएच में 11 मौते हुई है.
शिक्षण संस्थान भी चपेट में
जोधपुर में कोरोना की चपेट में अब शिक्षण संस्थान भी आने लगे हैं. गत दिनों आईआईटी में बढ़ते संक्रमण के चलते वहां कंटेनमेंट जोन बनाया गया था. तीन दिन पहले सरदारपुरा स्थित एक समाज के छात्रावास के 22 छात्र पॉजिटिव आए थे. शुक्रवार को जेएनवीयू के हॉस्टल में पॉजिटिव मामले आने के बाद इन्हें बंद कर दिया गया है.