जयपुर. केंद्र सरकार का 1 फरवरी को आम बजट आने वाला है. इस बजट से सभी क्षेत्र के लोगों को बहुत उम्मीद है. जहां युवाओं को रोजगार का इंतजार है तो स्कूली बच्चों को रोजगारमुखी शिक्षा का. शिक्षा के बजट को लेकर शिक्षक से लेकर बच्चे, युवा और अभिभावकों को अलग अलग उम्मीदें है. आइए जानते है इस सबके अनुसार बजट में क्या शामिल होना चाहिए.
युवाओं को बजट से उम्मीद
युवाओं ने ज्यादा से ज्यादा रोजगार की उम्मीद जताई है. इसी के साथ रोजगारमुखी शिक्षा मिले, जिससे युवा को नौकरी मिलने में आसानी हो सके. युवाओं ने सरकारी नौकरी के साथ निजी क्षेत्र में भी नौकरियों की उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को भी मजबूत बनाना होगा ताकि युवाओं को मौका मिल सके. इसी के साथ युवाओं ने उच्च शिक्षा के सिलेबस में भी बदलाव करने की बात रखी.
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छात्रों को बजट से उम्मीद
वहीं स्कूली बच्चों ने खेलकूद को बढ़ावा देने की बात रखी. बच्चों ने बताया कि नेशनल खिलाड़ियों को मिलने वाली स्कॉलरशिप भी नहीं मिल रही है. केंद्र सरकार जल्द स्कॉलरशिप देने का काम करे, ताकि बच्चों को प्रोत्साहन मिल सके. इसी के साथ बच्चों ने स्कूलो में मूलभूत सुविधाओं को पुरा करने की बात कही.
अभिभावकों को बजट से उम्मीद
वहीं अभिभावकों की माने तो उन्होंने फीस एक्ट को मजबूत करने की बात पर जोर दिया. अभिभावकों ने कहा कि सरकार स्कूलों की फीस पर लगाम लगाए. इसी के साथ स्कूलों को बस्ते का बोझ भी कम करना चाहिए. अभिभावकों ने कहा कि केंद्र सरकार बजट में ऐसा प्रावधान लाए. जिससे स्कूल की फीस कम हो सके और बस्ते के बोझ पर लगाम कसी जा सके.
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1 फरवरी को पेश होगा बजट 2020
वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आम बजट एक फरवरी 2020 को पेश होगा.बता दें कि यह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का दूसरा बजट होगा. वहीं इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. याद रहे कि एक फरवरी 2019 को पीयूष गोयल द्वारा अंतरिम बजट पेश किया गया था. इसके बाद 5 जुलाई 2019 को निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया था. इस बजट को लेकर देश को बहुत उम्मीदें है, खास तौर पर रोजगार के मोर्चे पर. ऐसे में देखना होगा कि आम बजट 2020 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पिटारा क्या लेकर आएगा.