जयपुर. ट्रैक्टर के स्टेयरिंग में गर्दन फंसने से एक युवक की मौत का मामला सामने आया है. युवक बजरी के ट्रैक्टर भरने का काम करता था. लेकिन रविवार को वह ट्रैक्टर सीखने के लिए जैसे ही बैठा उसकी गर्दन स्टेयरिंग में फंस गई. जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई. सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद भी प्रदेश में बजरी का अवैध खनन लगातार जारी है. बजरी खनन के चलते कई हादसे भी हो चुके हैं. आसलपुर और बोबास गांव के बीच एक नदी निकलती है. इस नदी के पेटे में बजरी माफिया लंबे समय से अवैध बजरी खनन करते आ रहे हैं. पुलिस भी इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती.
पढ़ें: बांसवाड़ा: तिहरे हत्याकांड के आरोपी की गोली मारकर हत्या
मालू राम योगी बजरी माफिया के साथ काम करता था. मालूराम नदी के पेटे से ट्रैक्टर में बजरी भरने का काम करता था. रविवार को भी वह ट्रैक्टर में बजरी भरने का काम कर रहा था. मालूराम ट्रैक्टर सीखने का शौक रखता था. ट्रैक्टर मालिक के इधर-उधर होने से मालूराम ने ट्रैक्टर चलाने की कोशिश की, लेकिन वह ट्रैक्टर चलाना नहीं जानता था. उसकी गर्दन चालू ट्रैक्टर के स्टेयरिंग में फंस गई, जिसकी वजह से मृतक संभल नहीं पाया.
इस हादसे में उसकी कई हड्डियां टूट गई. हादसे में मालूराम की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के बाद ग्रामीण और पुलिस भी मौके पर पहुंचे. जोबनेर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव परिजनों को सौंप दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आपको बता दें कि आसलपुर और बोबास गांव के बीच एक नदी पड़ती है और रोक होने के बावजूद भी बजरी माफिया बिना किसी भय के लगातार अवैध रूप से बजरी का खनन कर रहे हैं. कई बार अवैध बजरी खनन को लेकर शिकायत भी की गई लेकिन पुलिस फौरी कार्रवाई कर इतिश्री कर लेती है.