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सवाई मान सिंह अस्पताल में ही भामाशाह योजना की उड़ती धज्जियां...डॉक्टर और मरीज के परिजन आपस में उलझे

जयपुर के एसएमएस अस्पताल से एक मामला सामने आया है. जिसमें एक चिकित्सक और मरीज के परिजनों के बीच भामाशाह योजना के लाभ को लेकर बहस हो रही है. बता दें कि इसका एक वीडियो भी सामने आया है.

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Published : Sep 21, 2019, 10:30 AM IST

जयपुर. राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल से एक वीडियो सामने आया है. जिसमें एक चिकित्सक मरीज के परिजनों के साथ भामाशाह योजना के लाभ को लेकर बहस कर रहा है. दरअसल, पूरा मामला पैर में डाली गई रॉड के पैसे को लेकर हुआ. जिसके बाद मरीज को बेड से भी उतार दिया गया.

सवाई मान सिंह अस्पताल में ही भामाशाह योजना की उड़ी धज्जियां

वहीं आरोप है कि डॉक्टर नवीन्दु ने मरीज और उसके परिजनों को धमकाते हुए यह तक कह दिया कि अगर पैसा नहीं दिया तो पैर में डाली गई रॉड निकाल दी जाएगी. वीडियो में मरीज के साथ पहुंचा एक व्यक्ति भामाशाह से फ्रैक्चर पैर में प्लेट डालने की बात कह रहा है. लेकिन डॉक्टर का साफ कहना है कि वो प्लेट भामाशाह से नहीं आती है. वीडियो में डॉक्टर बोल रहा है कि बाहर की दुकान से जो इम्प्लांट खरीदा गया, उसका पेमेंट नहीं हुआ, इसलिए दूसरे मरीजों को वो इम्प्लांट नहीं मिल रहा.

यह भी पढ़ेंः मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के पांच जिलों में जारी किया 'ऑरेंज अलर्ट'

पूरे मामले में यह सवाल है कि एसएमएस अस्पताल के आर्थो विभाग में इम्प्लांट के नाम पर होने वाले भ्र्ष्टाचार को रोकने के लिए सरकार ने नियम बनाकर व्यवस्था की थी कि इम्पलांट बाहर से नहीं आएंगे. लेकिन इस वीडियो में सामने आया कि इम्पलांट बाहर से मंगवाया गया.

यह भी पढ़ें : कश्मीर के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती: आरिफ मोहम्मद खान

बता दें कि मरीज का भामाशाह कार्ड भी था बावजूद इसके पैर में डालने के लिए रॉड बाहर से मंगाई गई और उसका पैसा मरीज को भरने के लिए कहा गया. वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज तुरंत ऑपरेशन करवाना चाहता था. इसलिए राड बाहर से मंगवा कर लगाई गई है. हालांकि पूरे मामले के बाद अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर डी एस मीणा ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

जयपुर. राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल से एक वीडियो सामने आया है. जिसमें एक चिकित्सक मरीज के परिजनों के साथ भामाशाह योजना के लाभ को लेकर बहस कर रहा है. दरअसल, पूरा मामला पैर में डाली गई रॉड के पैसे को लेकर हुआ. जिसके बाद मरीज को बेड से भी उतार दिया गया.

सवाई मान सिंह अस्पताल में ही भामाशाह योजना की उड़ी धज्जियां

वहीं आरोप है कि डॉक्टर नवीन्दु ने मरीज और उसके परिजनों को धमकाते हुए यह तक कह दिया कि अगर पैसा नहीं दिया तो पैर में डाली गई रॉड निकाल दी जाएगी. वीडियो में मरीज के साथ पहुंचा एक व्यक्ति भामाशाह से फ्रैक्चर पैर में प्लेट डालने की बात कह रहा है. लेकिन डॉक्टर का साफ कहना है कि वो प्लेट भामाशाह से नहीं आती है. वीडियो में डॉक्टर बोल रहा है कि बाहर की दुकान से जो इम्प्लांट खरीदा गया, उसका पेमेंट नहीं हुआ, इसलिए दूसरे मरीजों को वो इम्प्लांट नहीं मिल रहा.

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पूरे मामले में यह सवाल है कि एसएमएस अस्पताल के आर्थो विभाग में इम्प्लांट के नाम पर होने वाले भ्र्ष्टाचार को रोकने के लिए सरकार ने नियम बनाकर व्यवस्था की थी कि इम्पलांट बाहर से नहीं आएंगे. लेकिन इस वीडियो में सामने आया कि इम्पलांट बाहर से मंगवाया गया.

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बता दें कि मरीज का भामाशाह कार्ड भी था बावजूद इसके पैर में डालने के लिए रॉड बाहर से मंगाई गई और उसका पैसा मरीज को भरने के लिए कहा गया. वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज तुरंत ऑपरेशन करवाना चाहता था. इसलिए राड बाहर से मंगवा कर लगाई गई है. हालांकि पूरे मामले के बाद अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर डी एस मीणा ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

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