जयपुर. श्रावण शुक्ल एकादशी को छोटी काशी के विभिन्न मंदिरों में पवित्रा का पूजन किया गया. ये पवित्रा श्रावण शुक्ल द्वादशी 31 जुलाई को ठाकुरजी को धारण करवाई जाएगी. आराध्य देव गोविंददेवजी मंदिर में एकादशी को मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में राजभोग झांकी से पहले पवित्रा का वेद मंत्रोच्चार के साथ विभिन्न मांगलिक वस्तुओं से पूजन किया गया.
मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि गुरुवार को ठाकुरजी और राधा रानी सहित अन्य सभी विग्रहों को पवित्रा धारण कराई जाएगी. मुख्य दो पवित्रा ठाकुरजी को पोशाक के ऊपर धारण करवाई जाएंगी. धूप झांकी से शयन झांकी तक ठाकुरजी पवित्रा धारण किए रहेंगे.
मानस गोस्वामी ने बताया कि मुख्य दो पवित्रा चमकीले रेशम से बनाई गई है. पीले और केसरिया सूत की पांच अन्य पवित्रा में 108 गांठ हैं. ये 7 पवित्रा ठाकुरजी, राधाजी, सखियों सहित अन्य विग्रहों को धारण कराई जाएगी.
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इसके अलावा 216 पवित्रा ठाकुरजी के झूले के बांधी जाएगी. बंगाली परंपरा में पवित्रा कपड़े और सूत की माला को कहा गया है. यह जरी की सुनहरी माला का दूसरा नाम है. रंगीन पवित्रा के साथ सूत की पवित्रा भी बनाई जाती है. इस दौरान कोरोना महामारी के कारण श्रदालुओं को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, उसके बजाए भक्त मंदिर की वेबसाइट पर ऑनलाइन दर्शन कर रहे हैं.