जयपुर. राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से गांधीनगर स्थित पोद्दार राजकीय कॉलेज में एक दिवसीय इंदिरा महिला शक्ति निधि उद्यम प्रोत्साहन योजना की जानकारी के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला का लाइव प्रसारण प्रदेश के 33 जिलों के 250 कॉलेजों में किया गया. आयोजन में प्रदेश की महिला एंव बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने योजना की जानकारी दी.
बता दें कि महिलाओं और बेटियों को सशक्त करने और उनका उद्योग स्थापित करने के लिए विभाग की ओर से ऋण दिया जाएगा. इसमें स्वयं सहायता समूहों को अधिकतम एक करोड़ रुपए तक का ऋण दिया जा सकेगा. ऋण 18 साल और उससे ज्यादा उम्र की महिलाओं और बेटियों को दिया जाएगा. साथ ही महिला राजस्थान की मूल निवासी हो और महिला स्वयं सहायता समूह को आवेदन करने के लिए सहकारिता अधिनियम के तहत पंजीकृत करवाना होगा.
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बताया कि पिछले बजट में महिलाओं के लिए एक हजार करोड़ रुपए की इंदिरा महिला शक्ति निधि योजना की शुरुवात की गई थी. जिसमें महिलाएं विभिन्न कार्य करके अपने आप को सशक्त कर सके. इसी योजना के तहत इंदिरा महिला शक्ति निधि उद्यम योजना को आकार दिया गया है. जिसके चलते महिलाओं के सर्वांगीण, आर्थिक, सामाजिक और सुरक्षा के लिए क्षेत्रों में काम किया जा सकेगा.
इस कार्यशाला के माध्यम से इस योजना की जानकारी देकर राज्य की महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है. इस कार्यशाला में बेटियों ने हिस्सा लिया और अपने उद्योग को शुरू करने की बात जानी.