जयपुर. राजस्थान में आज 2 विधानसभा सीट वल्लभनगर और धरियावद में मतदान चल रहा है. दोनों सीटों पर नतीजे किसके पक्ष में रहते हैं यह तो 2 नवंबर को ही मतगणना के बाद साफ होगा. लेकिन इससे पहले राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने यह दावा किया कि जैसे जनता ने कांग्रेस सरकार के किए गए विकास के कामों में अलवर और धौलपुर चुनाव में मोहर लगाई है. उसी तरीके से कांग्रेस पार्टी धरियावद और वल्लभनगर उपचुनाव में भी जीतेगी.
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भाजपा ने नहीं की कोई मेहनत
डोटासरा ने कहा कि भाजपा अपने मुख्यमंत्री के लिए हो रहे झगड़े से नहीं निकल पा रही है. उन्होंने कहा भाजपा के नेता बड़बोले है, जनाधार वाले नेता नहीं है. राजस्थान में इक्का-दुक्का जो भाजपा के जनाधार वाले नेता है उनको भी भाजपा के राजस्थान के नेता साइडलाइन करने में लगे हुए हैं और आपसी झगड़े में अपना समय खराब कर रहे हैं. भाजपा विपक्षी दल के तौर पर अगर सरकार को जनता के प्रति रहने वाली किसी कमी या समस्या के बारे में बताती तो सरकार भी उनकी बताइ बातों पर ध्यान देती, लेकिन भाजपा ने कोई मेहनत नहीं की जनता के बीच नहीं गए. भाजपा केवल मुख्यमंत्री के झगड़े में लगी हुई है.
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बेमन से किए प्रचार नतीजा हमेशा शून्य
डोटासरा ने कहा कि जब राजस्थान की जनता इन्हें मुख्यमंत्री के लिए बहुमत नहीं देना चाहती तो यह केवल पर्ची में ही मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. वैसे भी राजेंद्र राठौर और अर्जुन मेघवाल जैसे नेता इन दोनों सीटों पर जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और रिकार्ड बताता है कि उपचुनाव में जहां राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathod) जाते हैं वहां कांग्रेस के लिए खुशखबरी आती है. अर्जुन मेघवाल (Arjun Meghwal) तो बीकानेर में ही अपने बेटे को चुनाव नहीं जीता सके, इन दोनों उपचुनाव वाली सीटों पर क्या कर सकेंगे.
उन्होंने कहा कि इन उपचुनाव में प्रचार के लिए भाजपा वसुंधरा राजे को या तो मना नहीं पाई या फिर वह वसुंधरा राजे को अब बुलाना नहीं चाहते हैं, तो वहीं गुलाबचंद कटारिया की इन दोनों सीटों पर टिकट देने में नहीं चली. ऐसे में वह केवल बेमन से प्रचार कर रहे हैं और बेमन से किया गया प्रचार हमेशा नतीजा शून्य ही लाता है.
वल्लभनगर ओर धरियावद में 5 मंत्रियों समेत 14 नेताओं की साख दाव पर
राजस्थान की दो विधानसभा सीट पर जीत की जिम्मेदारी वैसे तो सरकार के मुखिया के तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और संगठन के मुखिया के तौर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की होगी. लेकिन इसके साथ ही इन चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जीत के लिए जिम्मेदारी 5 मंत्रियों समेत 14 नेताओं पर सौंपी थी. चुनावों में कांग्रेस की हार या जीत की जिम्मेदारी इन्हीं नेताओं पर है तो प्रतिष्ठा भी इन्हीं नेताओं की साख पर होगी.
वल्लभनगर विधानसभा सीट- मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मंत्री प्रमोद जैन भाया, मंत्री उदय लाल अंजना, विधायक दयाराम परमार, विधायक गणेश घोघरा और विधायक लाखन सिंह मीणा.
धरियावद विधानसभा सीट- मंत्री अर्जुन लाल बामनिया, मंत्री अशोक चांदना, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रघुवीर सिंह मीणा, विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय, विधायक रामलाल मीणा, कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ ओर दिनेश खोड़निया.