जयपुर/नई दिल्ली. कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष, असंतुष्ट नेताओं और तमाम मुद्दों को लेकर 10 जनपथ पर सरगर्मी तेज हो गई है. पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के 10 जनपथ स्थित आवास पर शनिवार को कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई. बैठक करीब पांच घंटे तक चली.
बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की लड़ाई में उनके साथ हैं. किसानों के साथ अन्याय हो रहा है. इतने ठंड के बाद भी सभी किसान सड़कों पर बैठे हैं. किसान ठंड में मर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार को इससे कोई मतलब नहीं है. गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के समय मजदूर सड़क पर चले थे, इसी तरह का माहौल फिर से देश में है. उन्होंने कहा कि आंदोलन में बड़े-छोटे सभी किसान हैं और सभी दुखी हैं.
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'मोदी सरकार को अपना अहम और घमंड को छोड़कर कानून वापस लेना चाहिए'
गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग बहुत ही असंवेदनशील लोग हैं और इनमें संवेदनशीलता नाम की कोई चीज नहीं है. मोदी सरकार को किसानों से मिलकर बात करना चाहिए. इस आंदोलन में कई किसानों की मौत हो चुकी है और इसका कोई आंकड़ा नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुद चाहिए कि बड़ा दिल रखकर कानून को वापस लें और इसको प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाएं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अपना अहम और घमंड को छोड़कर कानून वापस लेना चाहिए.
राहुल गांधी को लेना चाहिए कांग्रेस का नेतृत्व
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राजनीति में जो दिखता है वो होता नहीं है और जो होता है वो दिखता नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता राहुल गांधी और सोनिया गांधी को अपना नेता मानते हैं, इसमें झगड़ा की कोई बात ही नहीं है. उन्होंने कहा कि बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई और सभी की भावना थी कि राहुल गांधी को ही खुद कांग्रेस का नेतृत्व लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर उन ताकतों से लड़ाई लड़ रहे हैं जो लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है और देश को बर्बाद करना चाह रही है.
इस बैठक में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं. इन दोनों के अलावा मीटिंग में कमलनाथ, पी चिदंबरम, अशोक गहलोत, पृथ्वीराज च्वहाण, भुपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, अंबिका सोनी, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, शशि थरूर, पवन बंसल, हरिश रावत बैठक में मौजूद रहे.