जयपुर. शहर के ऐसे कई इलाके हैं, जहां अभी तक बीसलपुर का पानी नहीं पहुंचा है. इन इलाकों में जलदाय विभाग की ओर से हर साल टैंकरों से पानी सप्लाई करने की व्यवस्था की गई है. जलदाय विभाग यह व्यवस्था निशुल्क करता है और आम जनता से इसका कोई पैसा नहीं लिया जाता है.
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बता दें कि जयपुर शहर सर्किल में बंटा हुआ है. शहर के उत्तर सर्किल की बात की जाए तो यहां करीब 155 टैंकरों से 950 फेरे प्रतिदिन लगाए जाते हैं. उत्तर सर्किल के करधनी, गोविंदपुरा, हरमाड़ा, माचेड़ा, नींदड़, जोरावर सिंह गेट, जयसिंह पुरा खोर, आमेर ऐसे इलाके हैं जहां जलदाय विभाग की ओर से टैंकरों से पानी सप्लाई किया जाता है. इनमें से कई ऐसे इलाके हैं जहां पानी की कोई व्यवस्था नहीं है और जब विभाग का टैंकर पहुंचता है तो सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो जाती है. कई बार पानी के लिए नोकझोंक की स्थिति भी बन जाती है.
70 पानी के टैंकरों से 450 फेरे प्रतिदिन जाते हैं लगाए
जयपुर शहर के दक्षिण सर्किल की बात की जाए तो यहां 70 पानी के टैंकरों से 450 फेरे प्रतिदिन लगाए जाते हैं. इस सर्किल में जगतपुरा, सांगानेर, भांकरोटा, पृथ्वीराज नगर आदि सहित ऐसे इलाके हैं जहां प्रतिदिन पानी के टैंकरों से पानी सप्लाई किया जाता है हालांकि इतने कम टैंकरों से सप्लाई होने वाला पानी इतनी बड़ी आबादी के लिए नाकाफी है. इनमें से अधिकतर लोग जलदाय विभाग के टैंकरों पर निर्भर नहीं रहते, वे प्राइवेट टैंकर से पानी मंगवाते है. हालांकि इसके कारण उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है.
टैंकर आने के बावजूद पानी की किल्लत
ऐसे इलाके जहां पानी की किल्लत है, वहां पानी के लिए सरकार की ओर से अलग से बजट भी आवंटित किया जाता है. आगामी गर्मियों को देखते हुए इस बजट को और बढ़ाया गया है, ताकि गर्मियों में लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. स्थानीय निवासी रामलाल सैनी ने बताया कि गर्मियां आते ही पानी की किल्लत शुरू हो चुकी है, पीने के लिए भी पानी की समस्या बनी हुई है. प्राइवेट टैंकर मंगवा कर पानी की आपूर्ति करनी पड़ रही है. विभाग की ओर से कभी-कभी टैंकर आते हैं लेकिन उनसे पानी की पूर्ति नहीं होती. रामलाल सैनी ने मांग की कि कम से कम सरकार पीने के पानी की व्यवस्था तो करें.
स्थानीय निवासी हनुमान ने कहा कि हमारे इलाके में पानी की समस्या कई सालों से बनी हुई है. लोग प्राइवेट टैंकरों से पानी मंगवाकर पानी पी रहे है. पहले टैंकरों से पानी आता था लेकिन अब वह भी बंद हो गया. हनुमान ने मांग की कि गर्मियों को देखते हुए सरकार को फिर से इस इलाके में सरकारी टैंकर भेजने चाहिए ताकि गर्मियों में जनता को राहत मिल सके.
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अधीक्षण अभियंता अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि जयपुर शहर के ऐसे कई इलाके हैं जो सताही जल से जुड़े हुए नहीं है और वहां पानी नहीं पहुंच पा रहा. ऐसे इलाकों को टैंकरों और ट्यूबवेल के जरिए पानी पहुंचाया जा रहा है. ऐसे लोगों के लिए कई प्रोजेक्ट भी शुरू किए गए हैं और जून तक तीन बड़े प्रोजेक्ट शुरू हो जाएंगे. इन प्रोजेक्ट के जरिए खोनागोरियां, जगतपुरा, आमेर और जामडोली सीधे रूप से लाभान्वित होंगे.
पृथ्वीराज नगर की योजना 2022 तक शुरू होगा. उन्होंने बताया कि वर्तमान में 225 टैंकरों के जरिए 1400 फेरे प्रतिदिन लगाए जा रहे हैं और लोगों की प्यास बुझाई जा रही है. गर्मियों के सीजन में यह संख्या लगभग दुगुनी हो जाएगी.आपको बता दें कि जयपुर शहर में बीसलपुर से वंचित इलाकों में जलदाय विभाग टैंकरों से पानी पहुंचाता है लेकिन लाखों लोग अभी भी पानी से वंचित है. अक्सर गर्मियों में कई इलाकों में पानी की किल्लत देखने को मिलती है और पानी के लिए लोग आए दिन प्रदर्शन भी करते हैं.