जयपुर. मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के पास स्थित रावण मंडी में लगी आग से पीड़ित परिवार के सैकड़ों लोग गुरुवार को जिला कलेक्टर के पास मुआवजे के लिए गुहार लगाने (Victims of fire incident met collector in Jaipur) पहुंचे. उन्होंने बताया कि तन के कपड़ों के अलावा उनके पास कुछ नहीं बचा है, सब कुछ जलकर खाक हो गया है.
मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के पास स्थित रावण मंडी में बुधवार को आग लग गई थी जिसके कारण 20 से अधिक झुग्गी झोपड़ी जलकर खाक हो गई. जिला प्रशासन और पुलिस की सतर्कता के चलते कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन पीड़ितों का सामान और लाखों रुपए की नकदी जलकर खाक हो गई. लोगों का कहना है कि तन के कपड़ों के अलावा उनके पास कुछ भी नहीं बचा है. इस संबंध में मानसरोवर थाने में कुछ लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया गया है.
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जिला कलेक्टर ने पीड़ितों की बात सुनकर उनकी सहायता करने का आश्वासन (Collector ensures help to fire incident victims) दिया. साथ ही कहा कि बस्ती के लोगों के लिए खाना और मेडिकल की सुविधा जिला प्रशासन की ओर से उपलब्ध करा दी जाएंगी. साथ ही नगर निगम को कहकर टेंट की भी व्यवस्था कर दी जाएगी. इस संबंध में कलेक्टर ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर दक्षिण को निर्देश भी दिए हैं. जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से मदद करने पर पीड़ितों ने उनका आभार भी जताया.
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बस्ती के जगदीश महाराज का कहना है कि पिछले 40 साल से इस बस्ती में लोग रह रहे हैं और उनके आधार कार्ड, वोटर कार्ड और राशन कार्ड भी बने हुए हैं, सिर्फ नल और बिजली का कनेक्शन नहीं है. इस जमीन को लेकर कोर्ट में मामला भी चल रहा है. जगदीश महाराज ने कुछ लोगों पर आग लगाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि बुधवार को जमीन खाली करने को लेकर कुछ लोगों से उनकी कहासुनी भी हुई थी.उसी दिन शाम को आग लग गई. जगदीश महाराज ने कहा कि किसी ज्वलनशील पदार्थ या पेट्रोल डालकर आग लगाई गई है.
महाराज ने बताया कि आग में खाने-पीने का राशन, लाखों की नकदी, सोने-चांदी के जेवर, बांस की कुर्सियां, टेबल, सोफे व अन्य सामान जलकर खाक हो गया. अब लोगों के लिए खाने-पीने का संकट पैदा हो गया है. पीड़ितों ने मांग की है कि एक कमेटी गठित कर इस पूरे मामले की जांच की जाए और पीड़ितों को मुआवजा दिलवाया जाए. कलेक्टर ने कहा कि प्राकृतिक कारणों से आग लगने पर मुआवजा देने का नियम बना हुआ है. जांच के बाद साफ हो जाएगा कि आग लगने के क्या कारण रहे. उन्होंने कहा कि सैकड़ों लोग इस आग से प्रभावित हुए हैं. इसलिए अलग से प्रस्ताव बनाकर सरकार को मुआवजे के लिए भेजा जाएगा. वहां से जो भी निर्देश प्राप्त होगा, उसके अनुसार आगे की कार्यवाही जिला प्रशासन करेगा.