ETV Bharat / city

सूदखोरी खा गई पूरा परिवार...30 के बदले 70 हजार दे चुका था गिर्राज

जयपुर में वैशाली नगर थाना इलाके के बुनकर कॉलोनी में सब्जी बेचने वाले ने परिवार की हत्या कर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है. मामले में शुक्रवार को वैशाली नगर थाना पुलिस ने कावंटिया अस्पताल में सभी मृतकों का पोस्टमार्टम करवाया. इस घटना में मृतक के परिजनों का कहना है कि असली गुनहगार सूदखोर हैं.

jaipur news, rajasthan news, राजस्थान न्यूज, जयपुर न्यूज
सूदखोरी खा गई पूरा परिवार
author img

By

Published : Jan 8, 2021, 7:18 PM IST

जयपुर. राजधानी में वैशाली नगर थाना इलाके के खातीपुरा स्थित बुनकर कॉलोनी में सब्जी बेचने वाले ने परिवार की हत्या कर खुदकुशी कर ली थी. मामले में शुक्रवार को वैशाली नगर थाना पुलिस ने शवों का कावंटिया अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया.

सूदखोरी खा गई पूरा परिवार

बता दें कि खातीपुरा निवासी सब्जी बेचने वाले गिर्राज ने परिवार की हत्या कर खुद भी सुसाइड कर लिया था. पहले अपनी पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या की और इसके बाद खुद फंदे से झूल गया.

वहीं, घटना के मामले में मृतक के परिजन भी मोर्चरी पहुंचे तो परिवार के चारों सदस्यों के शवों को देखकर रो पड़े. मृतक के परिजनों ने कहा कि असली गुनहगार सूदखोर हैं, जिसकी वजह से गिर्राज को अपने परिवार की हत्या कर सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया.

मृतक के परिजन बोले असली गुनाहगार सूदखोर

परिजनों ने बताया कि मृतक गिर्राज ने सूदखोर से 30 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे. जिसका 15 फीसदी ब्याज वसूला जा रहा था. वहीं, मृतक की ओर से 30 हजार का रोजाना 880 रुपए ब्याज दिया जा रहा था. 30 हजार के 70 हजार चुकाने के बावजूद भी सूदखोर परेशान कर रहे थे और धमकियां दे रहे थे. जिसकी वजह से गिर्राज को यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा.

पढ़ें: अभ्यास के दौरान पानी में लापता हुए कैप्टन का 24 घंटे बाद भी नहीं लगा कोई सुराग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

मृतक के परिजनों ने बताया कि सुसाइड नोट में मृतक ने दिनेश यादव का नाम लिखा है. सुसाइड नोट में लिखा गया है कि 30 हजार रुपए दिनेश यादव से उधार लिए थे. जिसमें उसने 30 हजार का 70 हजार रुपए चुका दिए थे. साथ ही 70 हजार देने के बावजूद सूदखोर 1. 65 लाख रुपए और मांग रहा था. मृतक गिर्राज का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल कर दिया गया था और काम धंधा भी बंद हो गया था.

इसके अलावा मृतक को सूदखोर लगातार मारने की धमकी दे रहे थे. ऐसे में एक सब्जी का ठेला लगाने वाले मजदूर वर्ग के आदमी को परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया था. मृतक गिर्राज सवाई माधोपुर का रहने वाला है, लेकिन अपने परिवार का पेट पालने के लिए जयपुर में रहकर सब्जी का ठेला लगा रहा था. सूदखोर से परेशान होकर गिर्राज ने परिवार की हत्या करके सुसाइड कर ली. मृतक के ससुर ने बताया कि बेटी और दामाद को कोई परेशानी नहीं थी. बेटी को दामाद प्यार से रखता था. साथ ही कहा कि घर के किसी परेशानी के बारे में कभी नहीं बताया.

यह भी पढ़ें: निकाय चुनाव में जुटा भाजयुमो, 20 निकायों में तैनात किए प्रभारी

गिर्राज अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ रह रहा था. इन दिनों बेटी और दामाद से बातचीत भी नहीं हुई थी. सूदखोर के दबाव से परेशान होकर दामाद गिर्राज ने सुसाइड किया है. मृतक की बहन ने बताया कि भाई ने किसी से 30 हजार रुपए उधार लिए थे. रुपए चुकाने के बावजूद भी 880 रुपए रोजाना ब्याज के रूप में सूदखोर वसूल रहा था. साथ ही कहा कि रुपए नहीं देने पर सूदखोर ने लोडिंग गाड़ी के कागजात भी ले लिए. मृतक ने मंडी से सब्जी लाने के लिए लोडिंग वाहन खरीदा था. सूदखोर गाड़ी को भी ले गया और रुपए देने के लिए दबाव बना रहा था.

भाई ने बहन को बताया था कि उधार के रुपए चुकाने के बावजूद भी 15 फीसदी ब्याज के हिसाब से रुपए मांग रहा है. 22 दिसंबर को मृतक गिर्राज बहन के घर गया था. बहन से 30 हजार रुपए लेकर सूदखोर को देने के बावजूद भी परेशान कर रहा था. रुपए देने के बावजूद भी सूदखोर गाड़ी छीन कर ले गया. वहीं, गाड़ी के कागज भी उसी व्यक्ति के पास है. साथ ही सालभर पहले ही लोडिंग गाड़ी खरीदी थी. जब उधार रुपए लिए थे तब मृतक गिर्राज गाड़ी बेचकर रुपए लौटाने की बात भी कह रहा था. पुलिस ने इस पूरे मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. फिलहाल वैशाली नगर थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

जयपुर. राजधानी में वैशाली नगर थाना इलाके के खातीपुरा स्थित बुनकर कॉलोनी में सब्जी बेचने वाले ने परिवार की हत्या कर खुदकुशी कर ली थी. मामले में शुक्रवार को वैशाली नगर थाना पुलिस ने शवों का कावंटिया अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया.

सूदखोरी खा गई पूरा परिवार

बता दें कि खातीपुरा निवासी सब्जी बेचने वाले गिर्राज ने परिवार की हत्या कर खुद भी सुसाइड कर लिया था. पहले अपनी पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या की और इसके बाद खुद फंदे से झूल गया.

वहीं, घटना के मामले में मृतक के परिजन भी मोर्चरी पहुंचे तो परिवार के चारों सदस्यों के शवों को देखकर रो पड़े. मृतक के परिजनों ने कहा कि असली गुनहगार सूदखोर हैं, जिसकी वजह से गिर्राज को अपने परिवार की हत्या कर सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया.

मृतक के परिजन बोले असली गुनाहगार सूदखोर

परिजनों ने बताया कि मृतक गिर्राज ने सूदखोर से 30 हजार रुपए ब्याज पर लिए थे. जिसका 15 फीसदी ब्याज वसूला जा रहा था. वहीं, मृतक की ओर से 30 हजार का रोजाना 880 रुपए ब्याज दिया जा रहा था. 30 हजार के 70 हजार चुकाने के बावजूद भी सूदखोर परेशान कर रहे थे और धमकियां दे रहे थे. जिसकी वजह से गिर्राज को यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा.

पढ़ें: अभ्यास के दौरान पानी में लापता हुए कैप्टन का 24 घंटे बाद भी नहीं लगा कोई सुराग, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

मृतक के परिजनों ने बताया कि सुसाइड नोट में मृतक ने दिनेश यादव का नाम लिखा है. सुसाइड नोट में लिखा गया है कि 30 हजार रुपए दिनेश यादव से उधार लिए थे. जिसमें उसने 30 हजार का 70 हजार रुपए चुका दिए थे. साथ ही 70 हजार देने के बावजूद सूदखोर 1. 65 लाख रुपए और मांग रहा था. मृतक गिर्राज का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल कर दिया गया था और काम धंधा भी बंद हो गया था.

इसके अलावा मृतक को सूदखोर लगातार मारने की धमकी दे रहे थे. ऐसे में एक सब्जी का ठेला लगाने वाले मजदूर वर्ग के आदमी को परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो गया था. मृतक गिर्राज सवाई माधोपुर का रहने वाला है, लेकिन अपने परिवार का पेट पालने के लिए जयपुर में रहकर सब्जी का ठेला लगा रहा था. सूदखोर से परेशान होकर गिर्राज ने परिवार की हत्या करके सुसाइड कर ली. मृतक के ससुर ने बताया कि बेटी और दामाद को कोई परेशानी नहीं थी. बेटी को दामाद प्यार से रखता था. साथ ही कहा कि घर के किसी परेशानी के बारे में कभी नहीं बताया.

यह भी पढ़ें: निकाय चुनाव में जुटा भाजयुमो, 20 निकायों में तैनात किए प्रभारी

गिर्राज अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ रह रहा था. इन दिनों बेटी और दामाद से बातचीत भी नहीं हुई थी. सूदखोर के दबाव से परेशान होकर दामाद गिर्राज ने सुसाइड किया है. मृतक की बहन ने बताया कि भाई ने किसी से 30 हजार रुपए उधार लिए थे. रुपए चुकाने के बावजूद भी 880 रुपए रोजाना ब्याज के रूप में सूदखोर वसूल रहा था. साथ ही कहा कि रुपए नहीं देने पर सूदखोर ने लोडिंग गाड़ी के कागजात भी ले लिए. मृतक ने मंडी से सब्जी लाने के लिए लोडिंग वाहन खरीदा था. सूदखोर गाड़ी को भी ले गया और रुपए देने के लिए दबाव बना रहा था.

भाई ने बहन को बताया था कि उधार के रुपए चुकाने के बावजूद भी 15 फीसदी ब्याज के हिसाब से रुपए मांग रहा है. 22 दिसंबर को मृतक गिर्राज बहन के घर गया था. बहन से 30 हजार रुपए लेकर सूदखोर को देने के बावजूद भी परेशान कर रहा था. रुपए देने के बावजूद भी सूदखोर गाड़ी छीन कर ले गया. वहीं, गाड़ी के कागज भी उसी व्यक्ति के पास है. साथ ही सालभर पहले ही लोडिंग गाड़ी खरीदी थी. जब उधार रुपए लिए थे तब मृतक गिर्राज गाड़ी बेचकर रुपए लौटाने की बात भी कह रहा था. पुलिस ने इस पूरे मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. फिलहाल वैशाली नगर थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.