जयपुर. कोरोना काल में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह के अपने निर्वाचन क्षेत्र से दूर होने के मामले में सोशल मीडिया पर वायरल हुए उनके लापता के पोस्टर की सियासत गर्म है. सरकार के मंत्री इस मामले में राज्य और दुष्यंत को राजतंत्र से जोड़ते हुए तंज कस रहे हैं तो वही वसुंधरा राजे के बचाव में पहली बार नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी उतर आए हैं.
दरअसल, झालावाड़ में इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और झालावाड़ से सांसद उनके पुत्र दुष्यंत सिंह के लापता होने से जुड़े सियासी पोस्टर देखे गए और इस तरह के पोस्टर सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने वायरल कर रखे हैं. इस मामले में प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने वसुंधरा राजे और दुष्यंत सिंह पर तंज कसा और कहा की जनता तो अपनी झेप मिटा रही है.
अंजना के अनुसार जनता को क्या यह उम्मीद थी कि राजा महाराजा चुनाव जीतने के बाद वापस फील्ड में आएंगे. हां जीने के अनुसार जनता यदि पूर्व में इनका कार्यकाल देख लेती तो सब पता चल जाता. अंजना ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि जनता तो बेवकूफ है जो इस तरह के पोस्टर लगा रही है और इनका अपमान कर रही है, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए.
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फिर कांग्रेस के नेता इस मसले पर वसुंधरा और दुष्यंत को निशाने पर ले रहे हैं, लेकिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया इस मसले पर वसुंधरा राजे के समर्थन में दिखे कटारिया ने कहा राजे और दुष्यंत लखनऊ में कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए थे. जिसके बाद से वह आइसोलेशन में है. कटारिया के अनुसार मौजूद समय में आइसोलेशन जनप्रतिनिधि के लिए भी बढ़िया है और जनता के लिए भी.
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इसके साथ ही कटारिया ने यह भी कहा कि एक तरफ तो सरकार कहती है कि बुजुर्ग व्यक्ति बाहर ना जाए और दूसरी तरफ जनता कहती है जनप्रतिनिधि आते नहीं. कटारिया के अनुसार ऐसे कई साधन है जिसके बलबूते वह यहां बैठकर ही अपने क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं से संवाद करते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान भी करवाते हैं ऐसे में इस प्रकार की पोस्टर राजनीति नहीं होना चाहिए.