जयपुर. 14 फरवरी यानी आज वैलेंटाइन डे है, लेकिन इस दिन पर राजस्थान में सियासी विवाद जारी है. राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के युवाओं से इस दिन को मातृ-पितृ पूजन के दिवस के रूप में मनाने की अपील की है. वहीं प्रदेश सरकार पर देवनानी ने भारतीय संस्कृति के प्रति रूझान नहीं होने और पाश्चात्य संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया.
पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने युवाओं से अपील की है कि 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रूप में नहीं मनाएं. इस दिन को पाश्चात्य संस्कृति के अनुसार नहीं बल्कि भारतीय परंपरा के अनुसार मातृ-पितृ पूजन यानी माता-पिता के पूजन के रूप में मनाएं. वहीं कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते देवनानी ने कहा कि कांग्रेस को भारतीय संस्कृति के प्रति रूझान नहीं है. युवाओं को सही दिशा मिले, ऐसी कोई सोच नहीं है. इसलिए स्कूलों में मातृ-पितृ दिवस मनाने के निर्देश नहीं दिए. दरअसल, पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान पूर्व शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्देश जारी किया था.
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प्रदेश में सरकार बदली तो पिछली सरकार के समय लिए गए इस प्रकार के निर्णय भी बदल दिए गए. इसी बात की पीड़ा पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी को भी है. अब देवनानी का कहना है की सरकारी स्कूल में भले ही मातृ पितृ-पूजन ना बनाया जाए लेकिन प्रदेश के कई निजी शिक्षण संस्थान यह पहल कर रहे हैं.
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देवनानी का कहना है कि देश में पाश्चात्य संस्कृति को बढ़ावा देने के पीछे मार्केटिंग का फंडा है, लेकिन हमें भारतीय संस्कृति पर पाश्चात्य संस्कृति को हावी नहीं होने देना है. वहीं देवनानी ने प्रदेश के युवाओं से पाश्चात्य संस्कृति के अनुसार नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति के अनुसार इस दिन को मातृ-पितृ पूजन और अपने माता-पिता के लिए समर्पित करने की अपील की.