जयपुर. बीजेपी विधायक और प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री रहे वासुदेव देवनानी ने एनसीईआरटी की 12वीं कक्षा की किताब में औरंगजेब के महिमामंडन करने का मामला मीडिया में उठाते हुए इस पर आपत्ति जताई है. देवनानी ने कहा, यह इतिहास के तथ्यों से परे है और तुष्टीकरण के आधार पर महिमामंडन करना गलत है.
देवनानी ने कहा कि तथ्यों से परे, कोई भी चीज बच्चों को नहीं पढ़ाई जानी चाहिए. एनसीईआरटी की किताब में औरंगजेब को लेकर पढ़ाए जा रहे गलत तथ्यों को भी हटाना चाहिए, मैं इसकी मांग करूंगा. उन्होंने कहा कि हम सबको पता है कि मुगल शासकों ने खासतौर पर औरंगजेब ने किस तरह मंदिरों को ढहाया और ब्राह्मणों की जनेऊ तक उतरवाई. इस दौरान वासुदेव देवनानी ने निजी स्कूलों के जरिए वसूल की जा रही फीस के मामले में भी कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि अभिभावकों के ऊपर आर्थिक भार न पड़े.
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वासुदेव देवनानी ने बुधवार को कोरोना वैक्सीनेशन करवा ली है. अब वह कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्कूलों में भी इसकी गाइडलाइन की पालना करवाने की बात कहते हैं. देवनानी यह भी कहते हैं कि प्रोटोकॉल के अनुसार सभी को कोरोना की वैक्सीन लगवाना चाहिए, लेकिन इस दौरान देवनानी मुंह पर मास्क लगाना भूल गए. विधानसभा में आने वाले अधिकतर विधायकों के यही हालात हैं. इक्का-दुक्का ही विधायक और मंत्री ऐसे होंगे, जिनके मुंह पर मास्क देखा जा सकता है. अधिकतर ऐसे हैं, जो बिना मास्क के मीडिया में अपनी प्रतिक्रिया देने आते हैं.