जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम की ओर से 25 फरवरी को फर्जी कॉल सेंटर चलाकर अमेरिका के नागरिकों को ठगने वाले 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं अब उन लोगों से लगातार पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में शातिर ठग कई राज उगल रहे हैं.
वहीं शिप्रापथ में संचालित कॉल सेंटर के जो मुख्य तीन सरगना फरार चल रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई स्पेशल टीम ठगों के विभिन्न ठिकानों पर दबिश की कार्रवाई को अंजाम दे रही है. एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि शिप्रापथ थाना इलाके में संचालित फर्जी कॉल सेंटर के सरगना महमूद खान, रमजान खान और राशिद खान फरार चल रहे हैं. जिन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास लागातार किया जा रहा है.
पढ़ेंः ESI स्कीम के 68 साल पूरे होने पर जयपुर में हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन
वहीं इस पूरे प्रकरण की जांच कमिश्नरेट स्पेशल टीम के एसीपी को सौंपी गई है. कॉल सेंटर पर पुलिस द्वारा दबिश की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. वहां पर 60 से अधिक लोग काम कर रहे थे. पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि कॉल सेंटर में काम करने वाले महज 23 लोगों को इसकी जानकारी थी. वह फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर अमेरिका के नागरिकों से ठगी कर रहे हैं.
वहीं कॉल सेंटर में काम करने वाले अन्य लोगों को इस बात की भनक तक नहीं थी कि वह जिस कॉल सेंटर में खुद को अमेरिका की एक कंपनी का प्रतिनिधि सोच कर काम कर रहे हैं वह ठगों का बिछाया हुआ एक जाल है.
प्रकरण में गिरफ्तार किए गए 23 शातिर ठग फर्जी कॉल सेंटर में उन लोगों को ही काम पर रखा करते जिनकी अमेरिकन एक्सेंट अच्छी हो और इंटरनेट और कंप्यूटर पर पकड़ तेज हो. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में पुलिस की जांच जारी है.