जयपुर. राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान आएसएस पर अंग्रेजों के लिए जासूसी करने के आरोप लगाने पर जमकर हंगामा हुआ. हंगामा इतना बढ़ा कि सभापति को विधानसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. हंगामे की शुरुआत कांग्रेस विधायक गोविंद मेघवाल के आरोपों से हुई.
कांग्रेस विधायक गोविंद मेघवाल ने आरएसएस पर अंग्रेजों के लिए मुखबिरी और जासूसी करने का आरोप लगाया. भाजपा विधायकों ने इस पर आपत्ति की तो, संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल विधायक मेघवाल के पक्ष में उतर गए. धारीवाल ने कहा कि यह हिस्टोरिकल फैक्ट है कि आरएसएस के लोग अंग्रेजों के लिए जासूसी करते थे. यह सच्चई जनता को पता लगनी चाहिए. जो आरोप लगाए हैं, वह बिल्कुल सही है. धारीवाल के आरोपों पर भाजपा विधायकों और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कड़ी आपत्ति जताई.
पढ़ें- राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान सदन में हंगामा, विधायक लाहोटी ने दिया ये विवादित बयान
शांति धरीवाल और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के बीच तीखी नोकझोंक हुई. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि हम यह सुनने नहीं बैठे हैं. उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार मंत्री अनर्गल बात करे, यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. कटारिया ने कहा कि जब आरएसस पैदा हुआ तब तुम पैदा ही नहीं हुए थे. धारीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं आपसे 2 साल पहले पैदा हो गया था और यह फि दोहराता हूं कि जो आरोप लगे हैं, वे हिस्टोरिकल फैक्ट हैं.
वहीं, इसके बाद नाराज भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी. इस नारेबाजी के बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने अपशब्दों का भी प्रयोग कर दिया जो कैमरे में रिकॉर्ड हो गए. हंगामे के बीच विधायक गोविंद मेघवाल ने कहा कि हमने पहले सफेद अंग्रेजों को भगाया लेकिन अब ये काले अंग्रेज गरीब, मुसलमान और कांग्रेस को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हम इनसे घबराएंगे नहीं.
पढ़ें- फिल्म 'छपाक' पर विधानसभा में बवाल, भाजपा ने सदन से किया वॉक आउट
विधानसभा में आरएसएस पर लगे आरापों पर जमकर हंगामा हुआ. शांति धारीवाल के पूरे मामले में आरोप लगाने से भाजपा विधायक ज्यादा उत्तेजित हुए. विधानसभा में यह पहला मामला नहीं है, जब शांति धरीवाल की आरएसएस पर की गई टिप्पणियों से विवाद हुआ हो. इससे पहले पिछले बजट सत्र के दौरान भी शांति धारीवाल ने गुरु गोलवलकर की किताब बंच ऑफ थॉट्स के हवाले से गाय और आरएसएस पर टिप्पणियां की थीं, जिन पर खूब हंगामा हुआ था. वहीं, अब इस मुद्दे पर मौजूदा बजट सत्र में भी विवाद खड़ा हो गया है.