जयपुर. आगामी 22 दिसंबर को राजस्थान की राजधानी जयपुर में क्षत्रिय युवक संघ की हीरक जयंती (Kshatriya Yuvak Sangh hirak jayanti) के अवसर पर राजपूत समाज बड़ी रैली कर अपनी ताकत दिखाएगा. इसके लिए राजनीतिक बंधनों को तोड़कर सभी राजपूत समाज के नेता चाहे वह कांग्रेस के हों या भाजपा के एक साथ नजर आ रहे हैं. राजपूत विधायकों और मंत्रियों के अलावा आज एक और चेहरा नजर आया जो क्षत्रिय युवक संघ के संघ शक्ति कार्यालय पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर बड़ा राजनीतिक संदेश दे गया.
वहीं आज जयपुर के झोटवाड़ा में सड़कों पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union ministers gajendra singh Shekhawat), उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी के साथ ही कांग्रेस के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, भंवर सिंह भाटी और धर्मेंद्र राठौड़ भी पैदल मार्च में लोगों को हीरक जयंती कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण देते दिखाई दिए.
राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट आज अचानक क्षत्रिय युवक संघ के कार्यालय (Sachin Pilot reached Sangh shakti office) पहुंचे. जहां उन्होंने क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक तन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की. सचिन पायलट के इस कदम से हर कोई राजनीतिक जानकार अचरज में है. पायलट ने राजपूत समाज के तन सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद क्षत्रिय युवक संघ के भगवान सिंह रोलसाबसर से मुलाकात कर राजनीतिक संदेश दिया है.
पायलट के साथ नाराज विधायकों में शामिल 2 राजपूत विधायक भी थे
प्रदेश में जब राजनीतिक उठापटक हुई थी उस समय सचिन पायलट का साथ देने जो 19 विधायक गए थे, उनमें से दो राजपूत विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत और गजेंद्र सिंह शेखावत भी आज शामिल थे. ऐसे में सचिन पायलट जिस तरीके से राजस्थान में जाट, राजपूत, मीणा, ब्राह्मण,वैश्य और दलितों को साथ लेकर चलते है उसमें आज सचिन पायलट ने संघ शक्ति कार्यालय पहुंच एक नया संदेश भी राजस्थान की राजनीति को दे दिया है.
कार्यालय के बाहर मौजूद थे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, मंत्री प्रताप सिंह व अन्य
जिस समय सचिन पायलट क्षत्रिय युवक संघ के कार्यालय में संघ शक्ति के भगवान सिंह रोलसाबसर से मुलाकात कर रहे थे, उस समय कार्यालय के बाहर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह और भंवर सिंह भाटी भी मौजूद थे. ऐसे में इन बड़े राजपूत नेताओं की मौजूदगी के बीच सचिन पायलट का संघ शक्ति कार्यालय जाना बड़ा राजनीतिक संदेश है. वैसे भी राजनीतिक उठापटक के समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिस तरह से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर राजस्थान कांग्रेस के विधायकों को लालच देकर तोड़फोड़ करने के आरोप लगाते थे, वह सीधे तौर पर शेखावत और पायलट के रिश्तों की बात करते थे.