जयपुर. राजस्थान भाजपा में अगले मुख्यमंत्री के चेहरे (Next CM face of BJP in Rajasthan) को लेकर चल रही सियासी खींचतान से जुड़े सवाल पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि भाजपा में बूथ अध्यक्ष भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता (Kailash Choudhary on BJP) है. यह कांग्रेस नहीं जहां दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने वाले के नाम पर मुहर लगती हो. जयपुर में ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान चौधरी ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली पर भी जमकर निशाना साधा.
राजस्थान में सरकार दिखती नहीं थी
प्रदेश भाजपा कार्यसमिति में शामिल होने जयपुर आए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी (Union Minister of State Kailash Choudhary) ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर निशाना साधा. चौधरी ने कहा कि राजस्थान में सरकार कहीं दिखती ही नहीं. जिस प्रकार लगातार अपराध बढ़ रहे हैं उससे प्रदेश की जनता पूरी तरह त्रस्त हो चुकी है. चौधरी ने कहा गहलोत सरकार को नींद से जगाने और सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा आने वाले दिनों में एक बड़ा आंदोलन का आगाज करेगी.
कांग्रेस की रैली केवल पॉलिटिकल ड्रामा है
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने 12 दिसंबर को जयपुर में होने वाली कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली को महज पॉलिटिकल ड्रामा करार दिया है. उन्होंने कहा कि बीते 60 साल इस देश पर राज करने वाली कांग्रेस ने जनता के लिए क्या किया है. यह सबको पता है. चौधरी ने कहा कि देश में अटल बिहारी वाजपेयी और उसके बाद मोदी सरकार ने जनता की भलाई के लिए कई योजनाएं शुरू करके विकास कार्य करवाए. चौधरी ने कहा कांग्रेस की सरकार अखंड भ्रष्टाचार में डूबी है और राजस्थान में तो गहलोत सरकार केवल अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए ही काम कर रही है. जनता की भलाई के लिए नहीं.
अगले सीएम का निर्णय भाजपा में सब साथ बैठ कर लेते हैं
जब केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी से भाजपा में अगले मुख्यमंत्री चेहरे के लिए चल रही खेमे बाजी से जुड़ा सवाल पूछा गया तो चौधरी ने कहा कि भाजपा में अगले मुख्यमंत्री का निर्णय परिवार के अंदर आम सहमति से बैठकर लिया जाता है. ये कांग्रेस नहीं जहां दिल्ली में हाजिरी लगाने वाले के नाम पर मुहर लगा दी जाती हो. चौधरी ने यह भी कहा कि भाजपा में एक छोटा सा बूथ अध्यक्ष भी राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है. क्योंकि भाजपा कार्यकर्ताओं की वैचारिक पार्टी है और संविधान में विश्वास रखती है जबकि कांग्रेस एक परिवार की पार्टी है.