जयपुर. राजस्थान की कांग्रेस सरकार में मंत्री सालेह मोहम्मद के केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री और सांसद कैलाश चौधरी पर 'क्षेत्र में कोरोना फैलाने' के कथित आरोप पर केंद्रीय मंत्री चौधरी की प्रतिक्रिया सामने आई है. कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस नेता को इस मुद्दे पर सस्ती राजनीति नहीं करनी चाहिए.
मंत्री सालेह मोहम्मद के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने इसे कांग्रेस की घटिया संस्कृति और मंत्री की निजी बौखलाहट बताया. चौधरी ने कहा कि मेरा 6 से 8 अगस्त का जैसलमेर दौरा गहलोत सरकार की बाड़ेबंदी से पहले का तय था. वहीं 7 अगस्त की शाम को कोरोना के शुरुआती लक्षण दिखने पर मैंने तुरंत ही 8 अगस्त के जैसलमेर और 9 अगस्त के जयपुर के सभी सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए. 8 अगस्त को ही स्वास्थ्य जांच के लिए एम्स जोधपुर पहुंच गया. इसके बाद स्वास्थ्य जांच में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से ही यहीं आइसोलेशन में हूं.
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चौधरी ने कहा कि हम कोरोना जैसी महामारी पर दलगत राजनीति नहीं कर रहे हैं. हम एकजुट होकर कोविड-19 से लड़ रहे हैं. मैं उनसे सस्ती राजनीति नहीं करने का अनुरोध करता हूं. केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि ऐसे समय सभी को एकजुट होकर कोरोना वायरस की महामारी का सामना करना चाहिए. मैं भी देश के एक सामान्य नागरिक की तरह आप सभी की चिंता में सहभागी हूं. जब हमें कोरोना वायरस से निपटना चाहिए तब कांग्रेस पूर्वाग्रह और घृणा का 'वायरस' फैलाना जारी रखे हुए है.
गौरतलब है कि गहलोत सरकार के मंत्री सालेह मोहम्मद ने केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कहा था कि कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कोरोना संक्रमित होने के बावजूद क्षेत्र के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेकर आमजन में कोरोना वायरस फैलाया है.