जयपुर. राजस्थान में चुनाव 2023 के अंत में है, लेकिन बीजेपी अभी से चुनावी मोड पर आ चुकी है. राजस्थान भाजपा का फोकस उन इलाकों पर है, जहां पिछले चुनाव में पार्टी अपेक्षाकृत रूप से कमजोर रही थी. खासतौर पर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र डूंगरपुर और बांसवाड़ा में जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा हो सकता है. वहीं 14 अप्रैल को संगठन महामंत्री बीएल संतोष जयपुर प्रवास पर (BJP General Secretary BL Santosh in Jaipur) रहेंगे.
बीटीपी के प्रभाव से परेशान भाजपा,संकट मोचन बनेंगे शाह: हाल ही में बीजेपी ने सवाई माधोपुर में अनुसूचित जनजाति मोर्चा का विशेष जन सम्मेलन कराया था, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए थे. अब भाजपा चाहती है कि प्रदेश के आदिवासी बहुल क्षेत्र डूंगरपुर और बांसवाड़ा में भी पार्टी के केंद्रीय नेताओं के प्रवास से जुड़े कार्यक्रम बने. इसके लिए प्रदेश इकाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से समय चाह रही है. हालांकि अब तक शाह का कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है.
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लेकिन प्रदेश भाजपा नेताओं की मंशा है कि कोटा और अजमेर में आगामी दिनों में पार्टी अध्यक्ष का प्रवास कार्यक्रम हो और आदिवासी बहुल क्षेत्र में शाह का कार्यक्रम रखा जाए. केंद्रीय नेताओं के इन कार्यक्रम से इन क्षेत्रों में भाजपा को संगठनात्मक रूप से मजबूती भी मिलेगी और अगले विधानसभा चुनाव की दृष्टि से यह कार्यक्रम पार्टी के हित में ही रहेंगे. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भाजपा को सर्वस्पर्शी व सर्वव्यापी पार्टी बताते हुए सामान्य रूप से इस प्रकार की संगठनात्मक गतिविधियों की बात कहते हैं, लेकिन बीजेपी की कमजोरी की बात को सिरे से नकारते हैं.
जहां कमजोरी हो वहां पार्टी को ज्यादा जोर लगाना चाहिए-किरोड़ी मीणा: वही आदिवासी समाज से आने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा का भी कहना है कि जहां कमजोरी हो, वहां पार्टी को ज्यादा जोर लगाना चाहिए और यदि केंद्रीय गृह मंत्री आदिवासी क्षेत्रों में प्रवास पर आ रहे हैं तो इससे निश्चित रूप से भाजपा को मजबूती मिलेगी. मीणा इस बात को भी स्वीकार करते हैं कि डूंगरपुर, बांसवाड़ा के आसपास बीटीपी का अच्छा खासा प्रभाव है और राजनीतिक दृष्टि से बीजेपी को वहां और मजबूती की जरूरत भी है. हालांकि मीणा का कहना है कि आज देश में भाजपा कहीं पर भी कमजोर नहीं है, लेकिन आने वाले चुनाव की दृष्टि से इस प्रकार के दौरे होना महत्वपूर्ण है.