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गहलोत 'राज' 1 साल : यूडीएच विभाग में नाम की उपलब्धियां, पेंडेंसी ज्यादा

राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को एक साल पूरा होने जा रहा है. ऐसे में यूडीएच विभाग ने साल भर में क्या-क्या काम किया है और कौन-से काम पेंडिंग हैं. देखिए इस स्पेशल रिपोर्ट में..

यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, one year gehlot government
यूडीएच विभाग में नाम की उपलब्धियां, पेंडेंसी ज्यादा
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Published : Dec 16, 2019, 5:32 PM IST

जयपुर. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल केंद्र के साथ होने वाली जीएसटी की मीटिंग के बाद 19 दिसंबर को अपनी उपलब्धियों का बखान करेंगे. इससे पहले ईटीवी भारत आपको बताएगा, कि आखिर इस 1 साल में शहरी विकास, स्वायत्त शासन, आवासन और सार्वजनिक निर्माण क्षेत्र में क्या घोषणा की गई और इन घोषणाओं को धरातल पर कितना उतारा गया.

यूडीएच विभाग में नाम की उपलब्धियां, पेंडेंसी ज्यादा

सरकार ने सबसे पहले नगर पालिका के सदस्य के निर्वाचन के लिए शैक्षणिक योग्यता का अवरोध हटाने का निर्णय लिया. इसके अलावा सरकार के अहम निर्णय और उपलब्धियों की बात करें तो...

नगरीय निकाय

  • नगरीय निकायों में वार्ड बढ़ाकर पुनर्सीमांकन किया गया.
  • जयपुर, जोधपुर, कोटा में दो-दो निगम बनाए गए.
  • नगरीय निकायों के राजस्व वृद्धि के लिए भूखंडों की नीलामी में सरलीकरण.
  • बकाया कर और लीज राशि को एकमुश्त जमा कराने पर छूट.
  • सभी वार्डों में मोहल्ला समितियों के गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई.
  • स्टेट सीवरेज, वेस्ट वाटर नीति 2016 को प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया.
  • रूफटॉप रेस्टोरेंट के संचालन के लिए रूफटॉप बायलॉज.
  • पत्रकारों, साहित्यकारों और लेखकों को रिहायशी कॉलोनी में भूखंड आवंटन के लिए आरक्षण का प्रावधान.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल: वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई से खास बातचीत

स्मार्ट सिटी

  • करीब 400 करोड़ रुपए का व्यय कर परियोजना कार्यों को गति.
  • जयपुर, कोटा और अजमेर में पार्किंग अस्पतालों के विकास और जलापूर्ति को लेकर 35 नए प्रोजेक्ट.
  • विधानसभा में आधुनिक डिजिटल म्यूजियम बनाने के लिए 13.47 करोड़ का कार्य आदेश जारी.
  • अजमेर आनासागर झील में दो फ्लोटिंग ब्रिज.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल : कानून-व्यवस्था की कसौटी पर कितना खरा उतर पाई खाकी, देखें रिपोर्ट कार्ड

अमृत परियोजना

  • पार्कों के संरक्षण और संवर्धन की योजना में 11 शहरों में 22.54 करोड़ के 46 पार्क का काम पूरा.
  • 29 शहरों में सीवरेज जलापूर्ति ड्रेनेज और ग्रीन स्पेस कार्य को लेकर 615 करोड़ के काम.

पढ़ें- Exclusive: सरकार 'राज', 1 साल : राजस्थान सरकार सिलिकोसिस पीड़ितों को देगी 1500 रुपए पेंशन

पार्किंग/आरओबी/आरयूबी प्रोजेक्ट

  • चौगान स्टेडियम में मल्टीलेवल कार पार्किंग
  • अजमेर में समपार फाटक पर आरयूबी

पढ़ें- Exclusive: 'सरकार' के 1 साल : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के कामों का लेखा-जोखा, बस एक नजर में

आवासीय योजना

  • प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एएचपी घटक के तहत 2536 और बीएलसी घटक के तहत 9650 आवास केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत करवाए गए.
  • हाउसिंग बोर्ड के सालों से धूल फांक रहे करीब 1300 आवासों का बेचान.

पढ़ें- सरकार 'राज', 1 साल : तकनीकी शिक्षा में किए कई नवाचार, जल्द बनेगा वैदिक संस्कार और शिक्षा बोर्ड : गर्ग

आरयूआईडीपी प्रोजेक्ट

  • आरयूआईडीपी के दूसरे और तीसरे चरण के तहत सीवरेज, जल प्रदाय और ड्रेनेज पर 400 करोड़ का व्यय कर निर्माण कार्य किए गए.

पढ़ें-सरकार 'राज', 1 साल : एक साल में शिक्षा और महकमे में हुए कई बदलाव और फैसले

दीनदयाल अंत्योदय योजना

  • 1185 स्वयं सहायता समूह का निर्माण.
  • स्वरोजगार के लिए 1460 करोड़ का व्यक्तिगत और समूह ऋण.
  • 3980 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण.
  • 60 आश्रय स्थलों का निर्माण.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल: जलदाय मंत्री ने गिनाईं उपलब्धियां

स्वच्छ भारत मिशन, जल शक्ति अभियान और ऊर्जा बचत परियोजना

  • भीलवाड़ा और पाली में ठोस कचरा प्रबंधन.
  • 14,786 घरेलू व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण.
  • 2202 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण.
  • 384 रूफटॉप रेनवाटर संरचना निर्माण.
  • 2,14,803 पौधारोपण.
  • विभिन्न निकायों में 1,35,547 एलइडी स्ट्रीट लाइट.
  • 18 नगरीय निकायों में अंबेडकर भवन का निर्माण.
  • 21 नगरीय निकायों में आधुनिक सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण.
  • 30 नगरीय निकायों में श्मशान, कब्रिस्तान का विकास.
  • 63 नगरीय निकायों में 8500 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण और पुनरुद्धार.
  • 68 नगरीय निकायों में 110 पार्कों का विकास.

इसके अलावा भी जयपुर, उदयपुर और अजमेर में अक्षय ऊर्जा प्रोत्साहन, पार्किंग, ठोस कचरा प्रबंधन, बाजारों की मरम्मत, एलिवेटेड रोड के लिए डीपीआर तैयार कराई गई.

उधर, विपक्ष से लेकर आम जनता सरकार के 1 साल के कार्यकाल से संतुष्ट नहीं दिखी. विपक्ष का आरोप है, कि यूडीएच विभाग में महज डीपीआर तैयार कराने का काम किया गया. कांग्रेस ने घोषणा पत्र के अनुसार निकाय प्रमुख का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का जो फैसला लिया था, उसे भी वापस लेना पड़ा. पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार की ओर से अंतिम चरणों में छोड़े गए काम भी पूरे नहीं किए गए.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल: राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने गिनाईं अपने विभाग की उपलब्धियां

सरकार ने अपने पहले बजट में आवासन मंडल के मकानों में 50% तक की छूट, जयपुर मेट्रो फेज 2 बी पार्ट का काम इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने और दूसरे फेज की डीपीआर तैयार कराने, डेलावास में एसटीपी संयंत्र लगाने, कोटा में चंबल रिवर फ्रंट की डीपीआर बनाने, भीलवाड़ा में कोठारी नदी पर और जोधडास चौराहे पर आरओबी, उदयपुर में ट्रैफिक समस्या का समाधान करने, जयपुर में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, जोधपुर में पावटा रोड पर एलिवेटेड और दूसरी नदी से पहले आरओबी के निर्माण की डीपीआर बनाने का बजट भाषण में घोषणा की गई. हालांकि इनमें से अधिकतर घोषणा महज कागजों तक सिमट कर रह गई. ऐसे में आने वाले दिनों में यूडीएच विभाग के सामने पुरानी पेंडेंसी को खत्म करते हुए नए प्रोजेक्ट शुरू करने की भी चुनौती रहेगी.

जयपुर. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल केंद्र के साथ होने वाली जीएसटी की मीटिंग के बाद 19 दिसंबर को अपनी उपलब्धियों का बखान करेंगे. इससे पहले ईटीवी भारत आपको बताएगा, कि आखिर इस 1 साल में शहरी विकास, स्वायत्त शासन, आवासन और सार्वजनिक निर्माण क्षेत्र में क्या घोषणा की गई और इन घोषणाओं को धरातल पर कितना उतारा गया.

यूडीएच विभाग में नाम की उपलब्धियां, पेंडेंसी ज्यादा

सरकार ने सबसे पहले नगर पालिका के सदस्य के निर्वाचन के लिए शैक्षणिक योग्यता का अवरोध हटाने का निर्णय लिया. इसके अलावा सरकार के अहम निर्णय और उपलब्धियों की बात करें तो...

नगरीय निकाय

  • नगरीय निकायों में वार्ड बढ़ाकर पुनर्सीमांकन किया गया.
  • जयपुर, जोधपुर, कोटा में दो-दो निगम बनाए गए.
  • नगरीय निकायों के राजस्व वृद्धि के लिए भूखंडों की नीलामी में सरलीकरण.
  • बकाया कर और लीज राशि को एकमुश्त जमा कराने पर छूट.
  • सभी वार्डों में मोहल्ला समितियों के गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई.
  • स्टेट सीवरेज, वेस्ट वाटर नीति 2016 को प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया.
  • रूफटॉप रेस्टोरेंट के संचालन के लिए रूफटॉप बायलॉज.
  • पत्रकारों, साहित्यकारों और लेखकों को रिहायशी कॉलोनी में भूखंड आवंटन के लिए आरक्षण का प्रावधान.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल: वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई से खास बातचीत

स्मार्ट सिटी

  • करीब 400 करोड़ रुपए का व्यय कर परियोजना कार्यों को गति.
  • जयपुर, कोटा और अजमेर में पार्किंग अस्पतालों के विकास और जलापूर्ति को लेकर 35 नए प्रोजेक्ट.
  • विधानसभा में आधुनिक डिजिटल म्यूजियम बनाने के लिए 13.47 करोड़ का कार्य आदेश जारी.
  • अजमेर आनासागर झील में दो फ्लोटिंग ब्रिज.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल : कानून-व्यवस्था की कसौटी पर कितना खरा उतर पाई खाकी, देखें रिपोर्ट कार्ड

अमृत परियोजना

  • पार्कों के संरक्षण और संवर्धन की योजना में 11 शहरों में 22.54 करोड़ के 46 पार्क का काम पूरा.
  • 29 शहरों में सीवरेज जलापूर्ति ड्रेनेज और ग्रीन स्पेस कार्य को लेकर 615 करोड़ के काम.

पढ़ें- Exclusive: सरकार 'राज', 1 साल : राजस्थान सरकार सिलिकोसिस पीड़ितों को देगी 1500 रुपए पेंशन

पार्किंग/आरओबी/आरयूबी प्रोजेक्ट

  • चौगान स्टेडियम में मल्टीलेवल कार पार्किंग
  • अजमेर में समपार फाटक पर आरयूबी

पढ़ें- Exclusive: 'सरकार' के 1 साल : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के कामों का लेखा-जोखा, बस एक नजर में

आवासीय योजना

  • प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एएचपी घटक के तहत 2536 और बीएलसी घटक के तहत 9650 आवास केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत करवाए गए.
  • हाउसिंग बोर्ड के सालों से धूल फांक रहे करीब 1300 आवासों का बेचान.

पढ़ें- सरकार 'राज', 1 साल : तकनीकी शिक्षा में किए कई नवाचार, जल्द बनेगा वैदिक संस्कार और शिक्षा बोर्ड : गर्ग

आरयूआईडीपी प्रोजेक्ट

  • आरयूआईडीपी के दूसरे और तीसरे चरण के तहत सीवरेज, जल प्रदाय और ड्रेनेज पर 400 करोड़ का व्यय कर निर्माण कार्य किए गए.

पढ़ें-सरकार 'राज', 1 साल : एक साल में शिक्षा और महकमे में हुए कई बदलाव और फैसले

दीनदयाल अंत्योदय योजना

  • 1185 स्वयं सहायता समूह का निर्माण.
  • स्वरोजगार के लिए 1460 करोड़ का व्यक्तिगत और समूह ऋण.
  • 3980 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण.
  • 60 आश्रय स्थलों का निर्माण.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल: जलदाय मंत्री ने गिनाईं उपलब्धियां

स्वच्छ भारत मिशन, जल शक्ति अभियान और ऊर्जा बचत परियोजना

  • भीलवाड़ा और पाली में ठोस कचरा प्रबंधन.
  • 14,786 घरेलू व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण.
  • 2202 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण.
  • 384 रूफटॉप रेनवाटर संरचना निर्माण.
  • 2,14,803 पौधारोपण.
  • विभिन्न निकायों में 1,35,547 एलइडी स्ट्रीट लाइट.
  • 18 नगरीय निकायों में अंबेडकर भवन का निर्माण.
  • 21 नगरीय निकायों में आधुनिक सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण.
  • 30 नगरीय निकायों में श्मशान, कब्रिस्तान का विकास.
  • 63 नगरीय निकायों में 8500 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण और पुनरुद्धार.
  • 68 नगरीय निकायों में 110 पार्कों का विकास.

इसके अलावा भी जयपुर, उदयपुर और अजमेर में अक्षय ऊर्जा प्रोत्साहन, पार्किंग, ठोस कचरा प्रबंधन, बाजारों की मरम्मत, एलिवेटेड रोड के लिए डीपीआर तैयार कराई गई.

उधर, विपक्ष से लेकर आम जनता सरकार के 1 साल के कार्यकाल से संतुष्ट नहीं दिखी. विपक्ष का आरोप है, कि यूडीएच विभाग में महज डीपीआर तैयार कराने का काम किया गया. कांग्रेस ने घोषणा पत्र के अनुसार निकाय प्रमुख का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का जो फैसला लिया था, उसे भी वापस लेना पड़ा. पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार की ओर से अंतिम चरणों में छोड़े गए काम भी पूरे नहीं किए गए.

पढ़ें- गहलोत 'राज' 1 साल: राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने गिनाईं अपने विभाग की उपलब्धियां

सरकार ने अपने पहले बजट में आवासन मंडल के मकानों में 50% तक की छूट, जयपुर मेट्रो फेज 2 बी पार्ट का काम इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने और दूसरे फेज की डीपीआर तैयार कराने, डेलावास में एसटीपी संयंत्र लगाने, कोटा में चंबल रिवर फ्रंट की डीपीआर बनाने, भीलवाड़ा में कोठारी नदी पर और जोधडास चौराहे पर आरओबी, उदयपुर में ट्रैफिक समस्या का समाधान करने, जयपुर में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, जोधपुर में पावटा रोड पर एलिवेटेड और दूसरी नदी से पहले आरओबी के निर्माण की डीपीआर बनाने का बजट भाषण में घोषणा की गई. हालांकि इनमें से अधिकतर घोषणा महज कागजों तक सिमट कर रह गई. ऐसे में आने वाले दिनों में यूडीएच विभाग के सामने पुरानी पेंडेंसी को खत्म करते हुए नए प्रोजेक्ट शुरू करने की भी चुनौती रहेगी.

Intro:जयपुर - प्रदेश की कांग्रेस सरकार 17 दिसंबर को अपना 1 साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है। इस 1 साल में सरकार ने प्रदेश और आम जनता के लिए क्या किया, इसे बताने की जिम्मेदारी खुद विभागीय मंत्री निभा रहे हैं। हालांकि यूडीएच विभाग इससे थोड़ा भिन्न है। यहां मंत्री शांति धारीवाल केंद्र के साथ होने वाली जीएसटी की मीटिंग के बाद 19 दिसंबर को अपनी उपलब्धियों का बखान करेंगे। इससे पहले ईटीवी भारत आपको बताएगा कि आखिर इस 1 साल में शहरी विकास, स्वायत्त शासन, आवासन और सार्वजनिक निर्माण क्षेत्र में क्या घोषणा की गई। और इन घोषणाओं को धरातल पर कितना उतारा गया।


Body:साल 2018 में जन घोषणा पत्र में किये वादों के दम पर कांग्रेस सत्ता में आई। इस घोषणा पत्र में...
- आवास विहीन बीपीएल परिवारों को कम लागत पर आवास उपलब्ध कराने
- प्रदेश के शहरों में पार्किंग स्थल चिन्हित कर पार्किंग की समस्या का समाधान करने
- सभी जिलों में अग्निशमन सुविधाओं के साधनों की वृद्धि करने
- भवन निर्माण और भू उपयोग के नियमों में संशोधन
- राजस्थान हाउसिंग बोर्ड को सुदृढ़ बनाने
- ईडब्ल्यूएस और एलआईजी की आवासीय परियोजना के लिए भूमि आरक्षित करने
- आवासन मंडल के जरिए सभी वर्गों के लिए आवासीय परियोजना हेतु भूमि उपलब्ध कराने
- कच्ची बस्तियों में मूलभूत सार्वजनिक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने
- शहरों में नए बाजार शॉपिंग सेंटर स्थापित करने
- सफाई कर्मचारियों के रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करने
- संभावित जगहों पर रेलवे ओवरब्रिज और रेलवे अंडरपास बनाने
- स्थानीय निकाय चुनाव में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता की शर्त को हटाने
जैसी घोषणाओं को शामिल किया गया। अब कांग्रेस को सत्ता में आए इस साल बीत चुका है। इस 1 साल में राज्य सरकार ने सबसे पहले नगर पालिका के सदस्य के निर्वाचन के लिए शैक्षणिक योग्यता का अवरोध हटाने का निर्णय लिया। इसके अलावा सरकार के महत्वपूर्ण निर्णय और उपलब्धियों की बात करें तो...

नगरीय निकाय :
- नगरीय निकायों में वार्ड बढ़ाकर पुनर्सीमांकन किया गया
- जयपुर जोधपुर कोटा में दो-दो निगम बनाए गए
- नगरीय निकायों के राजस्व वृद्धि के लिए भूखंडों की नीलामी में सरलीकरण
- बकाया कर और लीज राशि को एकमुश्त जमा कराने पर छूट
- सभी वार्डों में मोहल्ला समितियों के गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ाई
- स्टेट सीवरेज एवं वेस्ट वाटर नीति 2016 को प्रभावी रूप से क्रियान्वित की
- रूफटॉप रेस्टोरेंट के संचालन के लिए रूफटॉप बायलॉज बनाने
- राजस्थान नगर पालिका नियम 1974 के नियम 17 में संशोधन करते हुए पत्रकारों साहित्यकारों और लेखकों की रिहायशी कॉलोनी में भूखंड आवंटन के लिए आरक्षण का प्रावधान तय किया गया

स्मार्ट सिटी :
- करीब 400 करोड रुपए का व्यय कर परियोजना कार्यों को गति
- जयपुर कोटा और अजमेर में पार्किंग अस्पतालों के विकास और जलापूर्ति को लेकर 35 नए प्रोजेक्ट
- विधानसभा में आधुनिक डिजिटल म्यूजियम बनाने के लिए 13.47 करोड़ का कार्य आदेश जारी
- अजमेर आनासागर झील में दो फ्लोटिंग ब्रिज

अमृत परियोजना :
- पार्कों के संरक्षण और संवर्धन की योजना में 11 शहरों में 22.54 करोड के 46 पार्क का काम पूरा
- 29 शहरों में सीवरेज जलापूर्ति ड्रेनेज और ग्रीन स्पेस कार्य को लेकर 615 करोड़ के काम

पार्किंग/आरओबी/आरयूबी प्रोजेक्ट :
- चौगान स्टेडियम में मल्टीलेवल कार पार्किंग
- अजमेर में समपार फाटक पर आरयूबी

आवासीय योजना :
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एएचपी घटक के तहत 2536 और बीएलसी घटक के तहत 9650 आवास केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत करवाए गए
- हाउसिंग बोर्ड के सालों से धूल फांक रहे करीब 1300 आवासों का बेचान

आरयूआईडीपी प्रोजेक्ट :
- आरयूआईडीपी के दूसरे और तीसरे चरण के तहत सीवरेज, जल प्रदाय और ड्रेनेज पर 400 करोड़ का व्यय कर निर्माण कार्य किए गए

दीनदयाल अंत्योदय योजना :
- 1185 स्वयं सहायता समूह का निर्माण
- स्वरोजगार के लिए 1460 करोड़ का व्यक्तिगत और समूह ऋण
- 3980 युवाओं को कौशल प्रशिक्षण
- 60 आश्रय स्थलों का निर्माण

स्वच्छ भारत मिशन जल शक्ति अभियान और ऊर्जा बचत परियोजना :
- भीलवाड़ा और पाली में ठोस कचरा प्रबंधन
- 14786 घरेलू व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण
- 2202 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण
- 384 रूफटॉप रेनवाटर संरचना निर्माण
- 214803 पौधारोपण
- विभिन्न निकायों में 135547 एलइडी स्ट्रीट लाइट
- 18 नगरीय निकायों में अंबेडकर भवन का निर्माण
- 21 नगरीय निकायों में आधुनिक सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण
- 30 नगरीय निकायों में श्मशान कब्रिस्तान का विकास
- 63 नगरीय निकायों में 8500 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण और पुनरुद्धार
- 68 नगरीय निकायों में 110 पार्कों का विकास

इसके अलावा भी जयपुर, उदयपुर और अजमेर में अक्षय ऊर्जा प्रोत्साहन, पार्किंग, ठोस कचरा प्रबंधन, बाजारों की मरम्मत, एलिवेटेड रोड आदि के लिए डीपीआर तैयार कराई गई है। हालांकि खुद यूडीएच मंत्री ने 18 दिसंबर को केंद्र सरकार के साथ होने वाली जीएसटी मीटिंग के बाद 19 दिसंबर को पत्रकार वार्ता कर उपलब्धियों का बखान करने की बात कही।
बाईट - शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री

उधर, विपक्ष से लेकर आम जनता सरकार के 1 साल से संतुष्ट नहीं दिखी। विपक्ष का आरोप है की यूडीएच विभाग में महज डीपीआर तैयार करवाने का काम किया गया है। यही नहीं कांग्रेस ने घोषणा पत्र के अनुसार निकाय प्रमुख का चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करने का जो फैसला लिया था उसे भी वापस लेना पड़ा। कांग्रेस सरकार 1 साल में पूर्वर्ती बीजेपी सरकार की ओर से जो काम अंतिम चरणों में छोड़े गए थे उन्हें भी पूरा नहीं करवा पाई। अकेले राजधानी की बात की जाए तो यहां द्रव्यवती नदी, मेट्रो ट्रेन, एलिवेटेड रोड, रिंग रोड जैसे बड़े प्रोजेक्ट बीते 1 साल में इंच भर भी आगे नहीं बढ़े। यहां तक कि एक भी नया पट्टा सरकार की ओर से जारी नहीं किया गया। आलम ये है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जो काम होने थे, वो भी अधर में ही लटके हुए हैं। यही वजह है कि केंद्र से आने वाला फंड भी रुका पड़ा है। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में सीवरेज, जलापूर्ति और सड़कों की समस्या तो आम बात हो गई है।
बाईट - अशोक लाहोटी, बीजेपी विधायक, पूर्व मेयर
बाईट - सतेंद्र त्यागी, प्रदेशवासी
बाईट - रक्षपाल, प्रदेशवासी
बाईट - रजनीश, प्रदेशवासी


Conclusion:बहरहाल, सरकार ने अपने पहले बजट में आवासन मंडल के मकानों में 50% तक की छूट, जयपुर मेट्रो फेज 2 बी पार्ट का काम इसी वित्तीय वर्ष में पूरा करने और दूसरे फेज की डीपीआर तैयार कराने, डेलावास में एसटीपी संयंत्र लगाने, कोटा में चंबल रिवर फ्रंट की डीपीआर बनाने, भीलवाड़ा में कोठारी नदी पर और जोधडास चौराहे पर आरओबी, उदयपुर में ट्रैफिक समस्या का समाधान करने, जयपुर में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, जोधपुर में पावटा रोड पर एलिवेटेड और दूसरी नदी से पहले आरओबी के निर्माण की डीपीआर बनाने का बजट भाषण में घोषणा की गई। हालांकि इनमें से अधिकतर घोषणा महज कागजों तक सिमट कर रह गई। ऐसे में आने वाले दिनों में यूडीएच विभाग के सामने आने वाले दिनों में पुरानी पेंडेंसी को खत्म करते हुए नए प्रोजेक्ट शुरू करने की भी चुनौती रहेगी।
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